नवादा: जिले के पकरीबरावां प्रखंड नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में पदस्थापित शिक्षकों का फर्जीवाड़ा सामने आया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कई शिक्षक सरकार से वेतन ले रहे हैं. लेकिन पढ़ाने के लिए विद्यालय नहीं आते है. वहीं, शिक्षकों की कमी के कारण छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
'घर बैठे वेतन उठा रहा शिक्षक'
ईटीवी भारत को विद्यालय से मिले दस्तावेज के अनुसार बीटीईटी की मार्कशीट में मनोज कुमार के पिता का नाम अशोक सिंह है. लेकिन वोटर आईडी कार्ड में पिता का नाम रामविलास सिंह लिखा हुआ है. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले चार वर्षों से मनोज विद्यालय नहीं आता है. उसने पहले राजीव कुमार नाम के एक शिक्षक को अपनी जगह रखा था, बाद में उपेंद्र चौहान को रख लिया. लोगों ने यह भी बताया कि मनोज घर में बैठकर वेतन उठा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि भवन निर्माण नहीं होने के कारण छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
जांच के लिए भेजे गए कागजात
बुजुर्ग गांव के नवसृजित विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक ब्रजेश कुमार के बीटीईटी के मार्कशीट के अनुसार पिता का नाम नरेश सिंह है. जिसमें ओवर राइटिंग कर यू प्रसाद लिख दिया गया है. लेकिन वोटर आईडी कार्ड में पिता का नाम उमेश सिंह है. नवसृजित विद्यालय के प्रधानाध्यापक अभय सिंह का कहना है कि मेरे पास जो जानकारी है. वह विभाग को भेज दी गई. मामले की जांच की जा रही है.
'फर्जी शिक्षकों पर होगी कार्रवाई'
जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय चौधरी का कहना है कि निश्चितरूप से फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि विद्यालय में फर्जी शिक्षकों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. फर्जी तरीके से बहाल किए गए शिक्षकों पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.