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बड़ा खुलासा: भाड़े पर शिक्षक रख ये गुरुजी उठा रहे हैं वेतन

जिले के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक का फर्जीवाड़ा सामने आया है. वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय चौधरी का कहना है कि फर्जी शिक्षकों पर जल्द कार्रवाई होगी.

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Published : Oct 5, 2019, 11:59 AM IST

नवादा: जिले के पकरीबरावां प्रखंड नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में पदस्थापित शिक्षकों का फर्जीवाड़ा सामने आया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कई शिक्षक सरकार से वेतन ले रहे हैं. लेकिन पढ़ाने के लिए विद्यालय नहीं आते है. वहीं, शिक्षकों की कमी के कारण छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

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ईटीवी भारत से बात करते स्थानीय लोग

'घर बैठे वेतन उठा रहा शिक्षक'
ईटीवी भारत को विद्यालय से मिले दस्तावेज के अनुसार बीटीईटी की मार्कशीट में मनोज कुमार के पिता का नाम अशोक सिंह है. लेकिन वोटर आईडी कार्ड में पिता का नाम रामविलास सिंह लिखा हुआ है. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले चार वर्षों से मनोज विद्यालय नहीं आता है. उसने पहले राजीव कुमार नाम के एक शिक्षक को अपनी जगह रखा था, बाद में उपेंद्र चौहान को रख लिया. लोगों ने यह भी बताया कि मनोज घर में बैठकर वेतन उठा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि भवन निर्माण नहीं होने के कारण छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

भाड़े पर शिक्षक रख ये गुरुजी उठा रहे हैं वेतन

जांच के लिए भेजे गए कागजात
बुजुर्ग गांव के नवसृजित विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक ब्रजेश कुमार के बीटीईटी के मार्कशीट के अनुसार पिता का नाम नरेश सिंह है. जिसमें ओवर राइटिंग कर यू प्रसाद लिख दिया गया है. लेकिन वोटर आईडी कार्ड में पिता का नाम उमेश सिंह है. नवसृजित विद्यालय के प्रधानाध्यापक अभय सिंह का कहना है कि मेरे पास जो जानकारी है. वह विभाग को भेज दी गई. मामले की जांच की जा रही है.

'फर्जी शिक्षकों पर होगी कार्रवाई'
जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय चौधरी का कहना है कि निश्चितरूप से फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि विद्यालय में फर्जी शिक्षकों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. फर्जी तरीके से बहाल किए गए शिक्षकों पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.

नवादा: जिले के पकरीबरावां प्रखंड नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में पदस्थापित शिक्षकों का फर्जीवाड़ा सामने आया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कई शिक्षक सरकार से वेतन ले रहे हैं. लेकिन पढ़ाने के लिए विद्यालय नहीं आते है. वहीं, शिक्षकों की कमी के कारण छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

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ईटीवी भारत से बात करते स्थानीय लोग

'घर बैठे वेतन उठा रहा शिक्षक'
ईटीवी भारत को विद्यालय से मिले दस्तावेज के अनुसार बीटीईटी की मार्कशीट में मनोज कुमार के पिता का नाम अशोक सिंह है. लेकिन वोटर आईडी कार्ड में पिता का नाम रामविलास सिंह लिखा हुआ है. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले चार वर्षों से मनोज विद्यालय नहीं आता है. उसने पहले राजीव कुमार नाम के एक शिक्षक को अपनी जगह रखा था, बाद में उपेंद्र चौहान को रख लिया. लोगों ने यह भी बताया कि मनोज घर में बैठकर वेतन उठा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि भवन निर्माण नहीं होने के कारण छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

भाड़े पर शिक्षक रख ये गुरुजी उठा रहे हैं वेतन

जांच के लिए भेजे गए कागजात
बुजुर्ग गांव के नवसृजित विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक ब्रजेश कुमार के बीटीईटी के मार्कशीट के अनुसार पिता का नाम नरेश सिंह है. जिसमें ओवर राइटिंग कर यू प्रसाद लिख दिया गया है. लेकिन वोटर आईडी कार्ड में पिता का नाम उमेश सिंह है. नवसृजित विद्यालय के प्रधानाध्यापक अभय सिंह का कहना है कि मेरे पास जो जानकारी है. वह विभाग को भेज दी गई. मामले की जांच की जा रही है.

'फर्जी शिक्षकों पर होगी कार्रवाई'
जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय चौधरी का कहना है कि निश्चितरूप से फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि विद्यालय में फर्जी शिक्षकों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. फर्जी तरीके से बहाल किए गए शिक्षकों पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.

Intro:नवादा। जिले के पकरीबरावां प्रखंड के सलेमपुर गांव स्थित नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में पद स्थापित शिक्षक का फर्जीवाड़ा सामने आया है। ईटीवी भारत को प्राप्त हुए दस्तावेज़ के मुताबिक, शिक्षक मनोज कुमार सिंह के द्वारा दिए गए BTET मार्कशीट में ABS यानी एब्सेंट होने पर और पिता का नाम वोटर आईडी कार्ड में अलग होने के बावजूद नियुक्ति की गई है। BTET में रिजल्ट शीट में मनोज कुमार के पिता का नाम अशोक सिंह है जबकि वोटर आईडी कार्ड में रामविलास सिंह। इतना ही नहीं स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि पिछले चार वर्षों से शिक्षक मनोज पढ़ाने विद्यालय नहीं आते हैं अपने जगह पहले भाड़े पर राजीव कुमार नाम का एक शिक्षक रखा था बाद में उपेंद्र चौहान शिक्षक को रखा और घर में बैठकर वेतन उठा रहा है। यानी सलेमपुर में विद्यालय कागजों पर चल रहा है और फर्जी शिक्षक घर वेतन उठा रहे है।




Body:वहीं, पकरीबरावां प्रखंड अंतर्गत आनेवाले बलियारी बुजुर्ग गांव के नवसृजित विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक ब्रजेश कुमार के BTET के रिजल्ट शीट के मुताबिक, ब्रजेश कुमार के पिता का नाम नरेश सिंह लिखा हुआ है जिसे काटकर यू प्रसाद किया हुआ है। जबकि, ब्रजेश कुमार के वोटर आईडी कार्ड में पिता का नाम उमेश सिंह है। हालांकि इस डॉक्यूमेंट को विद्यालय में रखी फ़ाइल में यह रिजल्ट शीट सत्यापित नहीं है फिर भी वर्षों से इस स्कूल में कार्यरत हैं। लेकिन जब etv भारत ने इसकी पड़ताल की तो पता चला कि, ब्रजेश कभी विद्यालय आता ही नहीं है। कभी कभार विद्यालय आ भी गए तो पिछे का सारा अटेंडेंस बना लेते हैं।

क्या कहते हैं ग्रामीण

टीचर बोले थे कि स्कूल पास हो गया। उसके बाद हम लोग बनने का इंतजार कर रहे हैं। हमारा बच्चा झुग्गी झोपड़ी में पढ़ रहा है। मास्टर साहब से पूछे थे कि स्कूल यहां पास हो गया ऐसा ना हो कि कहीं और चले जाए तो बोले थे कि नहीं ऐसा नहीं होगा। हमारे बच्चे भटक रहे हैं। सर लगभग 4 साल से नहीं आते हैं सिर्फ 15 अगस्त 26 जनवरी को झंडा आते हैं और चले जाते हैं। राजीव को रखे थे पहले उसने छोड़ दिया तो फिर उपेंद्र चौहान को पढ़ाने के लिए रखे थे उसने भी छोड़ दिया तो एक महिला प्राइवेट से पढ़ा रही है।

बाइट- राजेश्वर चौहान

मनोज सर पढ़ते थे। फिर हमारे लड़का को बोले कि राजीव तुम पढ़ाओ। राजीव एक महीना पढ़ाया लेकिन 1 महीने के वेतन देने के बाद फिर नहीं दिया तो पढ़ना छोड़ दिया। उपेंद्र चौहान को पढ़ाने के लिए रखे चार पांच महीना वो पढ़ाए उसके बाद क्या सोचा नहीं सोचा वह भी छोड़ दिए। सचिव मथुरा चौहान साइन करता था और मास्टर साहब पैसा उठाते थे।

बाइट- ग्रामीण, राम जी चौधरी (भाड़े पर शिक्षक रहे राजीव कुमार के पिता)

अब तो कोई नहीं आते हैं मनोज सर आते थे पर वह भी लापता हो गए हैं। उन्होंने राजीव को रखा था पढ़ाने के लिए पढ़ाया भी। लेकिन अब उसने पढ़ना छोड़ दिया है। अब बच्चे इधर-उधर भटक रहे हैं।

बाइट-कमलेश्वर चौहान, ग्रामीण



इसके लिए स्कूल के लिए जमीन अलॉट हुआ और एस्टीमेट भी बना लेकिन भवन नहीं बना। हम लोग गरीब हैं किसी तरह से चाहते हैं कि बच्चे लेकिन उसके पढ़ने के लिए जगह नहीं है कोई साधन नहीं है टीचर लोग आते ही नहीं है।

बाइट- हीरा चौहान, ग्रामीण

क्या कहते हैं बलियारी बुजुर्ग के प्रधानाध्यापक

नवसृजित विद्यालय के प्रधानाध्यापक अभय सिंह का कहना है कि, मेरे पास जो जानकारी है मैंने आपको सुपुर्द कर दिया है। उनके कागजात सरकार के पास जांच के लिए गई हुई है। ब्रजेश जी कभी आते हैं कभी नहीं भी आते हैं। ट्रेनिंग में गए उसके बाद से नहीं आये हैं।

वहीं दूसरे दिन यानी मंगलवार को प्रधानाध्यापक कहते हैं कि, आज साढ़े 12 बजे हैं। हमलोग तीन शिक्षक उपस्थित हैं एक आकस्मिक अवकाश पर गईं हुई हैं वहीं ब्रजेश कुमार बिना किसी सूचना के अनुपस्थि हैं। इससे पहले भी दो दिन बिना सूचना के अनुपस्थित थे।

क्या कहते हैं पदाधिकारी

इस बाबत जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय चौधरी का कहना, निश्चितरूप से फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। किसी भी सूरत में विद्यालयों फर्जी शिक्षकों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विधिसंवत जो भी कार्रवाई होगी की जाएगी। फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी। वो कार्रवाई कठोर होगी।


Conclusion:
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