नवादाः उपभोक्ता संरक्षण फोरम ( Consumer Protection Forum ) में गुरुवार को लोक अदालत ( Lok Adalat ) का आयोजन कर समझौते के आधार पर एक दर्जन से अधिक मामलों का निपटारा किया गया. वहीं, पीठासीन पदाधिकारी डॉ. पूनम शर्मा ने कहा कि सस्ता और सुलभ न्याय का सबसे पड़ा पटल लोक अदालत है.
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"लोक अदालत का प्रयास है कि समझौते के आधार पर मामलों का निपटारा हो. इससे पक्षकारों को सस्ता व सुलभ न्याय मिल पाता है. यह बात सही है कि मामलों को काफी लंबा खींचा जाता है जिससे अदालत के सा पक्षकारों का भी समय व धन का नुकसान होता है. समय व धन का नुकसान से बचने के लिए लोक अदालत सबसे बड़ा पटल है. जिसमें समझौता के आधार पर मामलों के निपटारे का प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए."- डॉ. पूनम शर्मा, पीठासीन पदाधिकारी
पीठासीन पदाधिकारी ने बताया कि फोरम के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में भी लोक अदालत के महत्व को प्रचारित-प्रसारित किया जाएगा. ताकि उपभोक्ता फोरम के साथ ही अन्य न्यायालयों में लंबित मामलों को समझौता के आधार पर निपटा सकें. उपभोक्ता संरक्षण फोरम में आयोजित लोक अदालत में 6 मामलों का निपटारा ऑन स्पॉट कर दिया गया है.
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लोक अदालत में पक्षकारों को सही समय पर उपस्थित होने के बाद समझौते के आधार पर मामले के निपटारे में शामिल होने का भी आह्वान किया गया. इस मौके पर न्यायपीठ में अधिवक्ता चंद्रशेखर सिंह, किशोर कुमार और रोहित कुमार मौजूद रहे. सभी ने लोगों से जागरूक होकर पक्षकारों को लोक अदालत का लाभ उठाने की अपील की.