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नवादा में डेंगू से दूसरी मौत, पटना में चल रहा था इलाज

नवादा में डेंगू (Dengue In Nawada) से एक व्यक्ति की मौत हो गई. जिले के वारिसलीगंज के रहने वाले एक व्यवसायी की डेंगू से मौत हो गई. उनका पटना के अस्पताल में इलाज चल रहा था. पढ़ें पूरी खबर.

डेंगू का कहर
डेंगू का कहर
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Published : Oct 12, 2022, 4:11 PM IST

Updated : Oct 12, 2022, 4:26 PM IST

नवादा: बिहार के नवादा में डेंगू से दूसरी मौत हो गई है. जिले के वारिसलीगंज में डेंगू से दूसरी मौत की घटना हुई (Death Due to Dengue In Nawada) है. मृतक का नाम विजय प्रसाद बताया जा रहा है. जो पेशे से व्यवसायी थे, डेंगू से पीड़ित होने के बाद उनका पटना के अस्पताल में इलाज चल रहा था. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

ये भी पढ़ें- सिवान में डेंगू का कहर, दो दर्जन से ज्यादा मरीज मिलने से हड़कंप

क्या है डेंगू: डेंगू एक मच्छर जनित वायरल इंफेक्शन या डिजीज है. डेंगू होने पर तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों एवं जोड़ों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते आदि निकल आते हैं. डेंगू बुखार को हड्डी तोड़ बुखार भी कहते हैं. एडीज मच्छर के काटने से डेंगू होता है. यह संक्रमण फ्लेविविरिडे परिवार के एक वायरस के सेरोटाइप- डीईएनवी-1, डीईएनवी-2, डीईएनवी-3 और डीईएनवी-4 के कारण होता है. हालांकि, ये वायरस 10 दिनों से अधिक समय तक जीवित नहीं रहते हैं. जब डेंगू का संक्रमण गंभीर रूप ले लेता है, तो डेंगू रक्तस्रावी बुखार या डीएचएफ होने का खतरा बढ़ जाता है. इसमें भारी रक्तस्राव, ब्लड प्रेशर में अचानक गिरावट, यहां तक ​​कि पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है.

डेंगू बुखार के लक्षण: डेंगू बुखार के लक्षणों में त्वचा पर चकत्ते आना, आंखों में दर्द होना, ठंड लगना और फिर तेज बुखार चढ़ना, सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द तेज होना. कमजोरी लगना, भूख न लगना और मुंह का स्वाद खराब होना. ये सब कुछ लक्षण है जो डेंगू बुखार होने पर नजर आता है.

डेंगू से कैसे करें बचाव: अगर आपको जरा भी लगे कि आपके बुखार है तो तुंरत डॉक्टर से संपर्क करें. डॉक्टर की सलाह लेकर पैरासिटामोल ले सकते हैं. अत्याधिक गर्मी में ज्यादा देर रहने से बचें. हमेशा सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. बुखार 102 डिग्री फॉरेनहाइट से ज्यादा है तो शरीर पर पानी की पट्टियां रखें. ऐसे कपड़े पहने, जिससे शरीर का ज्यादा-से-ज्यादा हिस्सा ढका रहे. अपने आस पास खुला साफ पानी एकत्रित न होने दें. डेंगू का मच्छर गंदे पानी की बजाय साफ और ठहरे पानी में पनपता है. खिड़की और दरवाजों में जाली लगवाएं. अपने आस-पास सफाई बनाएं रखें. प्लेटलेट्स लगातार जांच कराते रहें. खाने-पीने का पूरा ध्यान रखें.

क्या न करें : जहां पर पानी इकट्ठा हो वहां पर बच्चों को खेलने न दें. ऐसे इलाकों में जाने से बचें जहां गंदगी हो. बेकार पड़ी चीजों में पानी न इकट्ठा होने दें.

अपना सकते हैं ये घरेलू उपाय: डेंगू के बुखार से राहत पाने के लिए नारियल पानी खूब पिएं. पपीते के पत्ते भी काफी असरदार हैं, इसका जूस पीने से प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ता है. तुलसी के पत्तों और दो ग्राम काली मिर्च को पानी में उबालकर पीना सेहत के लिए अच्छा रहता है. गिलोय का आयुर्वेद में बहुत महत्व है. यह मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने और बॉडी को इंफेक्शन से बचाने में मदद करती है.

ये भी पढ़ें- Dengue Symptoms : डेंगू जैसे लक्षण लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव, डरने का नहीं, लड़ने का...

नवादा: बिहार के नवादा में डेंगू से दूसरी मौत हो गई है. जिले के वारिसलीगंज में डेंगू से दूसरी मौत की घटना हुई (Death Due to Dengue In Nawada) है. मृतक का नाम विजय प्रसाद बताया जा रहा है. जो पेशे से व्यवसायी थे, डेंगू से पीड़ित होने के बाद उनका पटना के अस्पताल में इलाज चल रहा था. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

ये भी पढ़ें- सिवान में डेंगू का कहर, दो दर्जन से ज्यादा मरीज मिलने से हड़कंप

क्या है डेंगू: डेंगू एक मच्छर जनित वायरल इंफेक्शन या डिजीज है. डेंगू होने पर तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों एवं जोड़ों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते आदि निकल आते हैं. डेंगू बुखार को हड्डी तोड़ बुखार भी कहते हैं. एडीज मच्छर के काटने से डेंगू होता है. यह संक्रमण फ्लेविविरिडे परिवार के एक वायरस के सेरोटाइप- डीईएनवी-1, डीईएनवी-2, डीईएनवी-3 और डीईएनवी-4 के कारण होता है. हालांकि, ये वायरस 10 दिनों से अधिक समय तक जीवित नहीं रहते हैं. जब डेंगू का संक्रमण गंभीर रूप ले लेता है, तो डेंगू रक्तस्रावी बुखार या डीएचएफ होने का खतरा बढ़ जाता है. इसमें भारी रक्तस्राव, ब्लड प्रेशर में अचानक गिरावट, यहां तक ​​कि पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है.

डेंगू बुखार के लक्षण: डेंगू बुखार के लक्षणों में त्वचा पर चकत्ते आना, आंखों में दर्द होना, ठंड लगना और फिर तेज बुखार चढ़ना, सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द तेज होना. कमजोरी लगना, भूख न लगना और मुंह का स्वाद खराब होना. ये सब कुछ लक्षण है जो डेंगू बुखार होने पर नजर आता है.

डेंगू से कैसे करें बचाव: अगर आपको जरा भी लगे कि आपके बुखार है तो तुंरत डॉक्टर से संपर्क करें. डॉक्टर की सलाह लेकर पैरासिटामोल ले सकते हैं. अत्याधिक गर्मी में ज्यादा देर रहने से बचें. हमेशा सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. बुखार 102 डिग्री फॉरेनहाइट से ज्यादा है तो शरीर पर पानी की पट्टियां रखें. ऐसे कपड़े पहने, जिससे शरीर का ज्यादा-से-ज्यादा हिस्सा ढका रहे. अपने आस पास खुला साफ पानी एकत्रित न होने दें. डेंगू का मच्छर गंदे पानी की बजाय साफ और ठहरे पानी में पनपता है. खिड़की और दरवाजों में जाली लगवाएं. अपने आस-पास सफाई बनाएं रखें. प्लेटलेट्स लगातार जांच कराते रहें. खाने-पीने का पूरा ध्यान रखें.

क्या न करें : जहां पर पानी इकट्ठा हो वहां पर बच्चों को खेलने न दें. ऐसे इलाकों में जाने से बचें जहां गंदगी हो. बेकार पड़ी चीजों में पानी न इकट्ठा होने दें.

अपना सकते हैं ये घरेलू उपाय: डेंगू के बुखार से राहत पाने के लिए नारियल पानी खूब पिएं. पपीते के पत्ते भी काफी असरदार हैं, इसका जूस पीने से प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ता है. तुलसी के पत्तों और दो ग्राम काली मिर्च को पानी में उबालकर पीना सेहत के लिए अच्छा रहता है. गिलोय का आयुर्वेद में बहुत महत्व है. यह मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने और बॉडी को इंफेक्शन से बचाने में मदद करती है.

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Last Updated : Oct 12, 2022, 4:26 PM IST
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