नवादाः जिले में कौआ कोल प्रखंड के दरावां पंचायत स्थित भुआलटांड गांव में मंगलवार को पशु चिकित्सा सह टैगिंग जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. इस दौरान प्रखंड नोडल पदाधकारी डॉ. जितेंद्र दीपक ने टैगिंग की आवश्यकता और उपयोगिता पर चर्चा की. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार के नियमानुसार सभी पशुओं का ईयर टैगिंग करवाना जरूरी है.
पशुपालकों को दी गई आवश्यक दवाइयां
प्रखंड नोडल पदाधकारी डॉ. जितेंद्र दीपक ने कहा कि टैगिंग पशुओं के लिए आधार या पहचान चिन्ह की तरह है. मौके पर मौजूद पशु चिकित्सक डॉ. रामप्रवेश प्रसाद ने दर्जनों मवेशियों की स्वास्थ्य की जांच कर पशुपालकों को आवश्यक दवाइयां दी. उन्होंने पशुपालकों से अपने मवेशियों को प्रत्येक तीन महीने पर कीड़े की दवा अवश्य खिलाने की सलाह दी.
मवेशियों की टैगिंग अनिवार्य
शिविर के दौरान पशुपालकों ने खुरहा रोग के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए गांव में टीकाकरण करवाने की मांग की. इस पर नोडल अधिकारी डॉ. जितेंद्र दीपक ने अगले महीने टीकाकरण करवाने की बात कही. उन्होंने पशुपालकों से टीकाकरण से पहले मवेशियों की टैगिंग अनिवार्य रूप से करवाने के लिए कहा. मौके पर विभाग की ओर से संतोष कुमार, मनोज सिंह, अंकित राज आदि उपस्थित रहे.