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आज से बिहार में बालू खनन शुरू, NGT ने लगाई थी 30 सितंबर तक रोक

नवादा में तीन माह से बंद बालू खनन का काम शुक्रवार से फिर शुरु हो गया. जिले में हस्त नक्षत्र की झमाझम बारिश होने से नदियों में पानी का बहाव तेज हो गया है ऐसे में बालू का उठाव फिलहाल संभव नहीं हो सकेगा.

आज से बालू खनन का काम शुरु
आज से बालू खनन का काम शुरु
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Published : Oct 1, 2021, 8:30 AM IST

नवादा: बिहार में एनजीटी (NGT) के निर्देशों के अनुसार एक जुलाई से 30 सितंबर तक बालू खनन (Sand Mining) बंद रहने के बाद अब शुक्रवार से बालू घाटों में फिर से बालू का खनन (Sand Mining Again in Sand Ghats) शुरू हो जायेगा. वैसे अभी नवादा जिले में हस्त नक्षत्र की झमाझम बारिश होने से नदियों में पानी का बहाव तेज हो गया है. ऐसे में आधिकारिक आदेश के बावजूद बालू का उठाव फिलहाल संभव नहीं हो सकेगा.

ये भी पढ़ें- सारण SP का एक्शन, बालू कारोबारी से वसूली करने वाले ASI समेत 5 पुलिसकर्मी निलंबित

एनजीटी के रोक के कारण 1 जुलाई से 30 सितंबर तक बिहार में बालू खनन पर रोक लगी थी. रोक हटते ही शुक्रवार से एक बार फिर बालू खनन का काम शुरू हो गया. फिलहाल पुराने बंदोबस्तधारी की लीज अवधि को बढ़ाया जाएगा. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि बालू खनन शुरू होते ही बालू के बढ़े रेट में कमी आएगी, जिससे लोगों को राहत मिल सकेगी.

दरअसल, रेत खनन पर रोक के चलते बालू बहुत महंगी बेची जा रही है. कालाबाजारी भी जोरों पर है. रेत माफिया पैसे बढ़ाकर बालू बेच रहे हैं. बालू का खनन शुरू होने पर आमलोगों को राहत मिलेगी और कालाबाजारी पर रोक लगेगी .

ये भी पढ़ें- अवैध बालू खनन: बचे भ्रष्ट अधिकारियों पर नकेल कसेगा EOU, राकेश दुबे पर ED भी कर सकता है कार्रवाई

दरअसल रेत खनन पर रोक बरसात के कारण लगाई गई थी जिसकी वजह से मार्केट में अवैध तरीके से काफी महंगे रेट पर बालू बिकने लगी थी. आमलोग के साथ ही निर्माण उद्योग से जुड़े लोग खासे परेशान हुए. खनन विभाग सरकारी रेट पर बालू बेच रहा था लेकिन ढुलाई के कारण वह काफी महंगी बिक रही थी. लोगों को बालू आसानी से मिली नहीं इसकी वजह से निर्माण का काम भी प्रभावित हुआ.

ये भी पढ़ें- अगले साल 22 जनवरी तक निलंबित रहेंगे ये दोनों IPS अधिकारी, अवैध बालू खनन में हुए थे सस्पेंड

आपको बता दें कि एनजीटी के निर्देशानुसार 1 जुलाई से 30 सितंबर तक बालू का खनन मानसून के मद्देनजर बंद कर दिया गया था. इसी बीच बालू घाटों से अवैध खनन की जा रही थी. जिससे राजस्व की हानि पहुंच रही थी. राज्य सरकार द्वारा बालू के अवैध खनन में संलिप्त अधिकारियों पर कार्रवाई भी की गई है.

वहीं, बिहार में नदी घाटों से बालू खनन (Sand Mining) के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति (Environmental Clearance) देने वाली संस्था सिया के पुनर्गठन के बाद 1 अक्टूबर से बालू खनन घाटों को विस्तार मिलेगा. जिससे बिहार के 6 जिले में नए सिरे से बालू खनन की व्यवस्था शुरू हो सकेगी. इस बात की जानकारी देते हुए खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम ने ये भी कहा कि अब लोगों को बालू आसानी से मिलेगा.

ये भी पढ़ें- देव थानाध्यक्ष वेंकटेश्वर ओझा को SP ने किया निलंबित, 50 हजार लेकर बालू ट्रैक्टर छोड़ने का आरोप

ये भी पढ़ें- माफियाओं ने बिहार में एनजीटी प्रतिबंध की धज्जियां उड़ाई, रेत का खनन जारी

नवादा: बिहार में एनजीटी (NGT) के निर्देशों के अनुसार एक जुलाई से 30 सितंबर तक बालू खनन (Sand Mining) बंद रहने के बाद अब शुक्रवार से बालू घाटों में फिर से बालू का खनन (Sand Mining Again in Sand Ghats) शुरू हो जायेगा. वैसे अभी नवादा जिले में हस्त नक्षत्र की झमाझम बारिश होने से नदियों में पानी का बहाव तेज हो गया है. ऐसे में आधिकारिक आदेश के बावजूद बालू का उठाव फिलहाल संभव नहीं हो सकेगा.

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एनजीटी के रोक के कारण 1 जुलाई से 30 सितंबर तक बिहार में बालू खनन पर रोक लगी थी. रोक हटते ही शुक्रवार से एक बार फिर बालू खनन का काम शुरू हो गया. फिलहाल पुराने बंदोबस्तधारी की लीज अवधि को बढ़ाया जाएगा. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि बालू खनन शुरू होते ही बालू के बढ़े रेट में कमी आएगी, जिससे लोगों को राहत मिल सकेगी.

दरअसल, रेत खनन पर रोक के चलते बालू बहुत महंगी बेची जा रही है. कालाबाजारी भी जोरों पर है. रेत माफिया पैसे बढ़ाकर बालू बेच रहे हैं. बालू का खनन शुरू होने पर आमलोगों को राहत मिलेगी और कालाबाजारी पर रोक लगेगी .

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दरअसल रेत खनन पर रोक बरसात के कारण लगाई गई थी जिसकी वजह से मार्केट में अवैध तरीके से काफी महंगे रेट पर बालू बिकने लगी थी. आमलोग के साथ ही निर्माण उद्योग से जुड़े लोग खासे परेशान हुए. खनन विभाग सरकारी रेट पर बालू बेच रहा था लेकिन ढुलाई के कारण वह काफी महंगी बिक रही थी. लोगों को बालू आसानी से मिली नहीं इसकी वजह से निर्माण का काम भी प्रभावित हुआ.

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आपको बता दें कि एनजीटी के निर्देशानुसार 1 जुलाई से 30 सितंबर तक बालू का खनन मानसून के मद्देनजर बंद कर दिया गया था. इसी बीच बालू घाटों से अवैध खनन की जा रही थी. जिससे राजस्व की हानि पहुंच रही थी. राज्य सरकार द्वारा बालू के अवैध खनन में संलिप्त अधिकारियों पर कार्रवाई भी की गई है.

वहीं, बिहार में नदी घाटों से बालू खनन (Sand Mining) के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति (Environmental Clearance) देने वाली संस्था सिया के पुनर्गठन के बाद 1 अक्टूबर से बालू खनन घाटों को विस्तार मिलेगा. जिससे बिहार के 6 जिले में नए सिरे से बालू खनन की व्यवस्था शुरू हो सकेगी. इस बात की जानकारी देते हुए खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम ने ये भी कहा कि अब लोगों को बालू आसानी से मिलेगा.

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