नालंदाः लद्दाख में भारतीय सेना के जवानों के शहीद होने पर पूरे देश में गुस्से का माहौल है. राजनीतिक दलों ने भी चीनी सेना की कायराना हरकत पर आक्रोश जताया है. गुरुवार को जिले के रहुई बाजार में वीआईपी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने चीनी सेना और चीनी राष्ट्रपति का पुतला फूंका. इस दौरान वीआईपी कार्यकर्ताओं चीनी राष्ट्रपति के खिलाफ नारेबाजी भी की.
वीआईपी छात्र नेता रोशन यादव ने कहा कि हमारे देश के नौजवानों के ऊपर चीनी सेना ने कायराना हरकत करते हुए हमला किया है. छात्र नेता ने केंद्र सरकार से मांग किया कि नौजवानों की शहादत बेकार नहीं जानी चाहिए. इसके साथ ही सरकार चीनी सामानों पर प्रतिबंध लगाए ताकि चीन को आर्थिक दंड मिल सके. वहीं, वीआईपी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने केंद्र की सरकार पर जमकर हमला किया. कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब-जब चुनाव आता है इसी तरह से देश के जवानों पर हमले होते हैं.
हमले की टाइमिंग पर सवाल
वीआईपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि लोकसभा के चुनाव के पहले पुलवामा में भारतीय जवानों के ऊपर हमला हुआ जिसमें कई जवान शहीद हुए. अब बिहार में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एक बार फिर से उसी तरह भारतीय सैनिकों पर हमले हो रहे हैं. इससे कहीं न कहीं सरकार की मंशा पर सवाल भी उठ रहा है. सवाल उठता है कि जब चीन के सैनिकों के साथ पूर्व में वार्ता की गई बावजूद चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिक पर हमले कैसे किए.
सीमा पर जाने के लिए हर जवान तैयार
वीआईपी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सेना के जवानों पर हमले को को केंद्र सरकार की विफलता बताई है. कार्यकर्ताओं ने कहा कि नौजवानों की शहादत से देश का हर जवान, नागरिक, भारतीय सीमा पर सैनिक बनकर जाने के लिए निस्वार्थ भावना से तैयार है. बस भारत सरकार के आदेश की जरुरत है.