नालंदाः बिहार के कद्दावर नेता जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष (Former National President of JDU) आरसीपी सिंह (RCP Singh) केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार बिहार के दौरे पर हैं. पटना पहुंचने के बाद वे लगातार जेडीयू नेताओं से मुलाकात (Meet JDU Leaders) कर रहे हैं. उन्होंने आज नालंदा पहुंचकर बिहार शरीफ के प्रसिद्ध बाबा मखदूम साहब के मजार और बाबा मणिराम अखाड़ा पर मत्था टेका.
हालांकि कोरोना (Corona) के चलते अभी भी प्रदेश में धार्मिक स्थल बंद हैं. इसलिए उन्होंने बाहर से ही मत्था टेका और आशीर्वाद प्राप्त किया. इस दौरान उन्होंने देश और राज्य के विकास और अमन-चैन की दुआएं मांगी. केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार नालंदा पहुंचने पर आरसीपी सिंह का जगह-जगह पर जेडीयू के नेताओं ने गाजे-बाजे के साथ भव्य स्वागत किया और पुष्पवर्षा भी की.
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मत्था टेकने के बाद केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार शरीफ शहर में सभी सम्प्रदाय के लोग रहते हैं. बाबा मखदूम साहब और बाबा मणिराम हमारे पूज्य हैं. यहां सभी लोग आते हैं और आशीर्वाद लेते हैं. हमारे शहर में अमन चैन, आपसी भाईचारा बना रहे, इसलिए हम भी यहां मत्था टेकने आये हैं. नीतीश कुमार ने जो बिहार को विकसित प्रदेश बनाने का संकल्प लिया है, वो तभी संभव होगा जब आपसी भाईचारा बना रहेगा. मेरी प्रार्थना है कि हमारा राष्ट्र मजबूत राष्ट्र बने, हमारा प्रदेश विकसित प्रदेश बने. सभी लोग खुशहाल रहें.
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बता दें कि पिछले कुछ दिनों से जेडीयू में टकराव की अटकलें लगायी जा रही थीं. आरसीपी सिंह और ललन सिंह के शक्ति प्रदर्शन की खबरें भी लगातार आ रही थीं. हालांकि पटना पहुंचने के बाद आरसीपी सिंह ने साफ कहा था कि जेडीयू में कोई गुट नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ही हमारे नेता हैं.
साथ ही जातीय जणगणना को लेकर भी उन पर सीएम से अलग रुख अपनाने का आरोप लगा था. दरअसल, सोमवार को जेडीयू दफ्तर में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा था, 'जातीय जनगणना की मांग सालों से होती रही है. देश की कई राजनीतिक पार्टियां इसकी मांग करती रही हैं. एक समय में इसकी मांग इसलिए भी होती थी, क्योंकि इस देश में आरक्षण एक मुद्दा था, लेकिन आज आरक्षण उस प्रकार का मुद्दा नहीं है, जो 70, 80 और 90 के दशक में होता था'.