नालंदा: बिहार शरीफ सदर अस्पताल की नर्स के साथ बदसलूकी के विरोध में जारी हड़ताल से मरीज और उनके परिजन हलकान हैं. डॉक्टर, नर्स और कर्मचारियों का कहना है कि जबतक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी. इसको लेकर बिहार थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है.
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"हमारी मांग है कि आरोपी के खिलाफ दंडनात्मक कार्रवाई की जाए. साथ ही हमलोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए ताकि हम लोग बेखौफ होकर अपना काम कर सकें. यहां फिलहाल जो बच्चे पहले से भर्ती हैं, हमलोग उसका इलाज जारी रखेंगे लेकिन नए बच्चों की भर्ती नहीं लेंगे"- चिकित्सक, बिहार शरीफ सदर अस्पताल
क्या बोले अस्पताल उपाधीक्षक?: सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि एक बच्चा को इलाज के लिए लाया गया था. उसी बच्चे के परिवार वालों ने नर्स के साथ बदसलूकी और मारपीट की गई, जबकि चिकित्सक द्वारा बच्चे का इलाज भी कराया गया है और वार्ड में भर्ती लिया गया. उन्होंने कहा कि मामले में एफआईआर दर्ज करा दी गई है. साथ ही सभी लोगों को काम पर लौटने के लिए समझाया जा रहा है.
क्या है मामला?: दरअसल, पीड़ित नर्स की स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट वार्ड में ड्यूटी थी. वह अपने स्टाफ वार्ड में थी, तभी मरीज के परिजन (2 महिला समेत 6 लोग) आए और जोर-जोर से चिल्लाने लगे. साथ ही वीडियो बनाने लगे. पीड़ित नर्स के मुताबिक मैंने जब शांत होकर बात करने और वीडियो बनाने से मना किया तो मुझ पर भड़क गए. इसी बीच मैंने सर को फोन लगाने की कोशिश की, तभी उसने हाथ से मार दिया, जिससे मोबाइल छिटककर गिर गया. इतने में दोनों महिलाएं मेरे साथ हाथापाई शुरू कर दी.