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नालंदाः सरकारी स्कूल के सिद्धांत ने किया कमाल, मिलेगा 'डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम इग्नाइट अवॉर्ड'

प्रतियोगिता में कुल 5 सौ 44 जिले के 60 हजार छात्रों ने अपना आइडिया दिया. जिसमें 21 छात्र का चयन किया गया. इसमें नालंदा का सिद्धांत भी शामिल है. उसे आगामी 30 नवंबर को यह अवॉर्ड दिया जाएगा.

सिद्धांत का किया गया चयन
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Published : Oct 16, 2019, 8:23 PM IST

नालंदाः जिले के राजकीय उच्चविद्यालय राणा बीघा के 9 वर्ग के छात्र सिद्धांत ने आइडिया देकर देशभर के छात्रों की अपेक्षा उत्कृष्ट स्थान प्राप्त किया है. उसे भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी की तरफ से संचालित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम इग्नाइट अवॉर्ड 2019 के लिए चयन किया गया. इग्नाइट अवॉर्ड के लिए सिद्धांत के चयन से नालंदा जिला एक बार फिर से गौरवान्वित महसूस कर रहा है.
अवॉर्ड के लिए सिद्धांत का चयन
3 अगस्त 2019 को पटना से इनोवेशन टीम के राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान की तरफ से विद्यालय में पहुंचकर बच्चों से नया-नया आइडिया लिया गया था. जिसमें जल टंकी की साफ-सफाई का आइडिया दिया गया था. इस दौरान राणा बीघा के छात्र सिद्धांत ने भी अपना आइडिया दिया और कहा कि वाटर टैंक की निचली और अंदर की सतह के एक कोने की ओर ढलाव बनाई जानी चाहिए. इससे टंकी में जमा होने वाले बालू और अन्य पदार्थों को बाहर निकालना आसान हो जाएगा. वहीं उस कोण में एक छेद होगा उस छेद के बाहर खोलने और बंद करने का उपकरण लगाया जाएगा. कुछ दिनों के अंतराल पर उसको थोड़ी देर के लिए खोल देने पर टंकी के अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकल जाएंगे.

सरकारी स्कूल के सिद्धांत को मिलेगा 'डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम इग्नाइट अवॉर्ड'
21 छात्रों का किया गया चयन
इस प्रतियोगिता में कुल 5 सौ 44 जिले के 60 हजार छात्रों ने अपना आइडिया दिया. जिसमें 21 छात्र का चयन किया गया. इसमें नालंदा का सिद्धांत भी शामिल है. उसे आगामी 30 नवंबर को यह अवॉर्ड दिया जाएगा.

नालंदाः जिले के राजकीय उच्चविद्यालय राणा बीघा के 9 वर्ग के छात्र सिद्धांत ने आइडिया देकर देशभर के छात्रों की अपेक्षा उत्कृष्ट स्थान प्राप्त किया है. उसे भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी की तरफ से संचालित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम इग्नाइट अवॉर्ड 2019 के लिए चयन किया गया. इग्नाइट अवॉर्ड के लिए सिद्धांत के चयन से नालंदा जिला एक बार फिर से गौरवान्वित महसूस कर रहा है.
अवॉर्ड के लिए सिद्धांत का चयन
3 अगस्त 2019 को पटना से इनोवेशन टीम के राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान की तरफ से विद्यालय में पहुंचकर बच्चों से नया-नया आइडिया लिया गया था. जिसमें जल टंकी की साफ-सफाई का आइडिया दिया गया था. इस दौरान राणा बीघा के छात्र सिद्धांत ने भी अपना आइडिया दिया और कहा कि वाटर टैंक की निचली और अंदर की सतह के एक कोने की ओर ढलाव बनाई जानी चाहिए. इससे टंकी में जमा होने वाले बालू और अन्य पदार्थों को बाहर निकालना आसान हो जाएगा. वहीं उस कोण में एक छेद होगा उस छेद के बाहर खोलने और बंद करने का उपकरण लगाया जाएगा. कुछ दिनों के अंतराल पर उसको थोड़ी देर के लिए खोल देने पर टंकी के अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकल जाएंगे.

सरकारी स्कूल के सिद्धांत को मिलेगा 'डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम इग्नाइट अवॉर्ड'
21 छात्रों का किया गया चयन
इस प्रतियोगिता में कुल 5 सौ 44 जिले के 60 हजार छात्रों ने अपना आइडिया दिया. जिसमें 21 छात्र का चयन किया गया. इसमें नालंदा का सिद्धांत भी शामिल है. उसे आगामी 30 नवंबर को यह अवॉर्ड दिया जाएगा.
Intro:नालंदा । अक्सर कहा जाता है कि निजी विद्यालय के छात्र के अपेक्षा सरकारी विद्यालयों के छात्र में प्रतिभा की कमी होती है लेकिन प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती है । यह कर दिखाया है नालंदा के राजकीय उच्च विद्यालय राणा बीघा का नवम वर्ग का छात्र सिद्धांत कुमार ने । सिद्धांत द्वारा दिए गए आइडिया का चयन देशभर के विद्यालयों के छात्रों द्वारा दिए गए आईडिया में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त किया और उसे भारतीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित डॉ एपीजे अब्दुल कलाम इग्नाइट अवॉर्ड 2019 के लिए चयन किया गया। इग्नाइट अवार्ड के लिए सिद्धांत के चयन से नालंदा जिला एक बार फिर से गौरवान्वित महसूस कर रहा है। सिद्धांत के चयन के बाद विद्यालय में भी खुशी का माहौल देखा गया और विद्यालय के शिक्षकों द्वारा सिद्धांत को मिठाई खिलाया गया और बधाई दी गई।


Body:मालूम हो कि विगत 3 अगस्त 2019 को पटना से इनोवेशन टीम राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान गांधी नगर की टीम द्वारा विद्यालय में पहुंचकर बच्चों से आइडिया लिया गया था जिसमें जल टंकी की साफ सफाई का आईडिया दिया गया था। सिद्धांत द्वारा वाटर टैंक की निचली व अंदर की सतह को एक कोने की ओर ढलाव बनाई जानी चाहिए, इससे टंकी में जमा होने वाले बालू अथवा अन्य पदार्थों को बाहर निकलना आसान हो जाएगा । जब टंकी में पानी भर जाएगा तब उसके दबाव से बालू अथवा अन्य पदार्थो को बाहर निकलना आसान हो जायेगा। उस कोण में एक छेद होगा उस छेद के बाहर खोलने व बंद करने का उपकरण लगाया जाएगा कुछ दिनों के अंतराल पर उसको थोड़ी देर के लिए खोल देने पर टंकी के अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकल जाएगा। इस प्रतियोगिता में कुल 544 जिले के 60,000 छात्रों द्वारा अपना आईडिया दिया गया जिसमें 21 छात्र का चयन किया गया जिसमें नालंदा का सिद्धांत भी शामिल है। उसे आगामी 30 नवंबर को यह अवार्ड दिया जाएगा।
बाइट। सिद्धान्त कुमार, छात्र
बाइट। चंद्रशेखर प्रसाद, पिता
बाइट। सरिता कुमार, प्रिंसिपल


Conclusion:
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