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50 लाख श्रमिकों को काम देने के लिए तैयार है राज्य सरकार- ग्रामीण विकास मंत्री

मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि बिहार में फिलहाल 21 लाख श्रमिक मनरेगा योजना के तहत काम कर रहे हैं. बिहार के विभिन्न ग्राम पंचायतों में 3 लाख 86 हजार योजनाएं चल रही हैं.

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Published : Jun 13, 2020, 1:56 PM IST

Nalanda
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नालंदा: बिहार में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर वापस लौट रहे हैं. राज्य सरकार ने इन मजदूरों को बिहार में ही रोजगार देने की बात कही है. इसके तहत ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि दूसरे राज्य से आए श्रमिकों को मनरेगा योजना के तहत काम दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अब तक 1 लाख 75 हजार जॉब कार्ड बनाए जा चुके हैं.

स्किल के आधार पर काम
बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि मनरेगा में 50 लाख श्रमिक भी चाहेंगे तो उन्हें हम काम देने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि जिस ग्राम पंचायत के श्रमिक हैं उन्हें वहीं काम देने की सरकार की योजना है. इसके लिए बड़े पैमाने पर काम भी किया जा रहा है. मंत्री ने कहा कि इच्छुक श्रमिकों को स्किल के आधार पर काम दिया जाएगा.

देखें रिपोर्ट

21 लाख श्रमिक कर रहे हैं काम
मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि बिहार में फिलहाल 21 लाख श्रमिक मनरेगा योजना के तहत काम कर रहे हैं. बिहार के विभिन्न ग्राम पंचायतों में 3 लाख 86 हजार योजना चल रही है. उन्होंने बताया कि वितीय वर्ष 2020-21 में करीब 6 लाख 27 हजार से ज्यादा नए जॉब कार्ड बनाए गए हैं. वहीं, 14 लाख 50 हजार मानव दिवस सृजित किया गया है.

मेट के रूप में जीविका दीदी कर रही हैं काम
श्रवण कुमार ने कहा कि मनरेगा में काम करने वाले लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए जीविका दीदीयों को लगाया गया है. करीब 10,000 जीविका दीदी मेट के रूप में काम कर रही हैं. जो कि श्रमिकों के स्वास्थ, सैनिटाइजेशन, पानी साबुन, साफ सफाई का ध्यान रख रही हैं. श्रमिक काम के दौरान शारीरिक दूरी बनाकर काम करे, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है.

पंचायतों में जल्द काम शुरू करने के निर्देश
मंत्री ने कहा कि बिहार के फिलहाल 8274 ग्राम पंचायत में काम का सृजन किया गया है. हालांकि कुछ ग्राम पंचायत में अभी काम शुरू नहीं किया गया है. उन ग्राम पंचायतों में भी काम शुरू करने का निर्देश दिया गया है. जल्द ही सभी पंचायतों में काम शुरू कर दिया जाएगा.

नालंदा: बिहार में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर वापस लौट रहे हैं. राज्य सरकार ने इन मजदूरों को बिहार में ही रोजगार देने की बात कही है. इसके तहत ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि दूसरे राज्य से आए श्रमिकों को मनरेगा योजना के तहत काम दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अब तक 1 लाख 75 हजार जॉब कार्ड बनाए जा चुके हैं.

स्किल के आधार पर काम
बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि मनरेगा में 50 लाख श्रमिक भी चाहेंगे तो उन्हें हम काम देने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि जिस ग्राम पंचायत के श्रमिक हैं उन्हें वहीं काम देने की सरकार की योजना है. इसके लिए बड़े पैमाने पर काम भी किया जा रहा है. मंत्री ने कहा कि इच्छुक श्रमिकों को स्किल के आधार पर काम दिया जाएगा.

देखें रिपोर्ट

21 लाख श्रमिक कर रहे हैं काम
मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि बिहार में फिलहाल 21 लाख श्रमिक मनरेगा योजना के तहत काम कर रहे हैं. बिहार के विभिन्न ग्राम पंचायतों में 3 लाख 86 हजार योजना चल रही है. उन्होंने बताया कि वितीय वर्ष 2020-21 में करीब 6 लाख 27 हजार से ज्यादा नए जॉब कार्ड बनाए गए हैं. वहीं, 14 लाख 50 हजार मानव दिवस सृजित किया गया है.

मेट के रूप में जीविका दीदी कर रही हैं काम
श्रवण कुमार ने कहा कि मनरेगा में काम करने वाले लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए जीविका दीदीयों को लगाया गया है. करीब 10,000 जीविका दीदी मेट के रूप में काम कर रही हैं. जो कि श्रमिकों के स्वास्थ, सैनिटाइजेशन, पानी साबुन, साफ सफाई का ध्यान रख रही हैं. श्रमिक काम के दौरान शारीरिक दूरी बनाकर काम करे, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है.

पंचायतों में जल्द काम शुरू करने के निर्देश
मंत्री ने कहा कि बिहार के फिलहाल 8274 ग्राम पंचायत में काम का सृजन किया गया है. हालांकि कुछ ग्राम पंचायत में अभी काम शुरू नहीं किया गया है. उन ग्राम पंचायतों में भी काम शुरू करने का निर्देश दिया गया है. जल्द ही सभी पंचायतों में काम शुरू कर दिया जाएगा.

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