नालंदाः बिहार में आज मां शीतला की पूजा की जा रही है. शहर से महज 3 किलोमीटर दूर स्थित मधडा गांव जहां चैत माह की अष्टमी पर लोग मां शीतला की पूजा कर रहे हैं. इस दिन मां शीतला की पूजा करने के लिए बिहार के कोने-कोने से लोग मंदिर पहुंच रहे हैं.
शीतला पूजापर अष्टमी के दिन चूल्हा नहीं जलता है. इस दिन लोग बासी खाना खाते हैं. इसलिए इसे राजस्थान में बासेड़ा भी कहा जाता है. मधडा गांव में भी लोग इसी तरह यह पूजा करते हैं. शीतला पूजा के दिन यहां मेला भी लगता है.
त्वचा संबधी रोग होते हैं दूर
गांव में एक पूराने कूएं के पास सुर्योदय से पहले उठ कर मां की पूजा की जाती है. इस दौरान मां को ठंडे हलवे, पूरी, गुलगुले इन चीजों से भोग लगाया जाता है. कहा जाता है मां शीतला को गर्म चीजे नहीं पंसद बासी खाने से ही उनका भोग लगता है. मान्यता है कि शीतला माता की पूजा करने से त्वचा संबधी रोग नहीं होते. चेचक और चर्म रोगों से मुक्ति मिलती है.
सुरक्षा के इंतजाम
शीतला पूजा को लेकर दूर-दूर से लोग मधडा गांव आते हैं. यहां आयोजित मेले में लोगों का उत्साह चरम पर है. वहीं मेले के लिए प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं. यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है, जिसमें महिला पुलिस भी शामिल हैं.