नालंदा: रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के निर्देश पर जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती के अवसर पर बिहार में गिरती शिक्षा व्यवस्था, रोजगार के लिए दिन-प्रतिदिन पलायन करते हुए युवा, शिक्षा और रोजगार जैसे विभिन्न मुद्दों को लेकर मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया. इसमें पार्टी के तमाम नेताओं समेत कई लोगों ने हिस्सा लिया.
'गरीब के बच्चे भी देखते हैं डॉक्टर, इंजीनियर बनने का सपना'
रालोसपा नेताओं ने कहा कि किसान, मजदूर और गरीब परिवार के बच्चे भी डॉक्टर और इंजीनियर बनने का सपना देखते हैं. उन्हें ये मालूम है कि इसके लिए शिक्षा के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है. लेकिन विद्यालयों, महाविद्यालयों में विगत 15 वर्षों से पढ़ाई लिखाई की व्यवस्था अच्छी नहीं होने के कारण उनके सभी सपने टूट जाते हैं. इसलिए बिहार की जनता के जरिए शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया है.
सफलता से वंचित रह जाते हैं बच्चे- रालोसपा
रालोसपा नेताओं ने बताया कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है. प्रश्न पत्र लीक होते हैं, लेकिन उन पर सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. जिसके कारण मेघावी गरीब बच्चे सफलता पाने से वंचित रह जाते हैं.