ETV Bharat / state

नालंदा: बिना अनुमति NRC-CAA के खिलाफ आयोजित जुलूस को प्रशासन ने बीच में रोका

मौन जुलूस शहर के बड़ी दरगाह स्थित मेला मैदान से निकाली गई थी और इसे शहर के सद्भावना मार्ग से होते हुए समाहरणालय तक जाना था. जुलूस के लिए जिला प्रशासन से कोई आदेश नहीं लिया गया था, जिस वजह से डीएम ने जुलूस को आगे जाने से रोक दिया.

नालंदा में NRC खिलाफ विरोध प्रदर्शन
नालंदा में NRC खिलाफ विरोध प्रदर्शन
author img

By

Published : Dec 25, 2019, 4:44 AM IST

नालंदा: जिले में एनआरसी और सीएए के खिलाफ अंजुमन मुफीदुल इस्लाम के बैनर तले मौन जुलूस का आयोजन किया गया था, लेकिन डीएम योगेंद्र सिंह ने इसे बीच में ही रोक दिया. इस विरोध-प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.

यह मौन जुलूस शहर के बड़ी दरगाह स्थित मेला मैदान से निकाला गया था जिसे शहर के सद्भावना मार्ग से होते हुए समाहरणालय तक जाना था. जुलूस के लिए जिला प्रशासन से कोई आदेश नहीं लिया गया था, जिस वजह से डीएम ने खुद से कमान संभालते हुए सोगरा कॉलेज मोड़ के पास जुलूस को आगे जाने से रोक दिया.

NRC खिलाफ विरोध प्रदर्शन

'गरीबों को होगा सबसे ज्यादा नुकसान'
यह विरोध-प्रदर्शन अंजुमन मुफदिल इस्लाम की ओर से आयोजित किया गया था. लोग सुबह से ही मेला मैदान में जुटने लगे थे. धीरे-धीरे इस प्रदर्शन में हजारों लोग पहुंच गये. जुलूस का नेतृत्व पूर्व विधायक पप्पू खान और राजद जिलाध्यक्ष हुमायूं अख्तर तारिक कर रहे थे. इस, बाबत उन्होंने कहा कि यह कानून देश के खिलाफ है. इस कानून से सबसे ज्यादा नुकसान गरीबों को होगा.

विरोध-प्रदर्शन करते लोग
विरोध-प्रदर्शन करते लोग

बड़ी संख्या मे पुलिस बल रही तैनात
विरोध-प्रदर्शन को लेकर विधि व्यवस्था की समस्या को देखते हुए पुलिस अधीक्षक निलेश कुमार सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रही. इस मामले में ईटीवी भारत संवाददाता से बात कर करते हुए डीएम योगेंद्र सिंह ने बताया कि जुलूस को लेकर कोई परमिशन नहीं लिया गया था, जिस वजह से प्रशासन ने इसे रोक दिया. प्रदर्शनकारियों ने एक ज्ञापन सौंपा है, जिसे आगे बढ़ा दिया जाएगा.

योगेंद्र सिंह, डीएम
योगेंद्र सिंह, डीएम

नालंदा: जिले में एनआरसी और सीएए के खिलाफ अंजुमन मुफीदुल इस्लाम के बैनर तले मौन जुलूस का आयोजन किया गया था, लेकिन डीएम योगेंद्र सिंह ने इसे बीच में ही रोक दिया. इस विरोध-प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.

यह मौन जुलूस शहर के बड़ी दरगाह स्थित मेला मैदान से निकाला गया था जिसे शहर के सद्भावना मार्ग से होते हुए समाहरणालय तक जाना था. जुलूस के लिए जिला प्रशासन से कोई आदेश नहीं लिया गया था, जिस वजह से डीएम ने खुद से कमान संभालते हुए सोगरा कॉलेज मोड़ के पास जुलूस को आगे जाने से रोक दिया.

NRC खिलाफ विरोध प्रदर्शन

'गरीबों को होगा सबसे ज्यादा नुकसान'
यह विरोध-प्रदर्शन अंजुमन मुफदिल इस्लाम की ओर से आयोजित किया गया था. लोग सुबह से ही मेला मैदान में जुटने लगे थे. धीरे-धीरे इस प्रदर्शन में हजारों लोग पहुंच गये. जुलूस का नेतृत्व पूर्व विधायक पप्पू खान और राजद जिलाध्यक्ष हुमायूं अख्तर तारिक कर रहे थे. इस, बाबत उन्होंने कहा कि यह कानून देश के खिलाफ है. इस कानून से सबसे ज्यादा नुकसान गरीबों को होगा.

विरोध-प्रदर्शन करते लोग
विरोध-प्रदर्शन करते लोग

बड़ी संख्या मे पुलिस बल रही तैनात
विरोध-प्रदर्शन को लेकर विधि व्यवस्था की समस्या को देखते हुए पुलिस अधीक्षक निलेश कुमार सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रही. इस मामले में ईटीवी भारत संवाददाता से बात कर करते हुए डीएम योगेंद्र सिंह ने बताया कि जुलूस को लेकर कोई परमिशन नहीं लिया गया था, जिस वजह से प्रशासन ने इसे रोक दिया. प्रदर्शनकारियों ने एक ज्ञापन सौंपा है, जिसे आगे बढ़ा दिया जाएगा.

योगेंद्र सिंह, डीएम
योगेंद्र सिंह, डीएम
Intro:बगैर अनुमति जुलूस को प्रशासन ने रोका
एन आर सी और सी ए ए के विरोध में निकाला जा रहा था मौन जुलूस
अंजुमन मुफ़ीदुल इस्लाम के बैनर तले
नालंदा। नालंदा जिले में केंद्र सरकार के द्वारा नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के मुद्दे को लेकर आंदोलन जारी है मंगलवार को अंजुमन मुफीदुल इस्लाम के बैनर तले मौन जुलूस का आयोजन किया गया था। यह मौन जुलूस शहर के बड़ी दरगाह स्थित मेला मैदान से निकला लेकिन प्रशासन द्वारा जुलूस को किसी प्रकार का परमिशन नही होने के कारण सोगरा कॉलेज मोड के समीप रोक दिया गया। जहां जिलाधिकारी ने प्रदर्शकारियों द्वारा दिये गए स्मार पत्र लिया जिसे आगे बढ़ाने की बात कही।
अंजुमन मुफ़ीदुल इस्लाम की ओर से आयोजित जुलूस के लिए सुबह से ही लोग मेला मैदान में जुटने लगे। करीब 25000 की संख्या में लोग मेला मैदान के पास एकत्रित हुए और जुलूस की शक्ल में आगे बढ़े। यह जुलूस शहर के सद्भावना मार्ग होते हुए समाहरणालय जाना था लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा जुलूस को रोक दिया गया।


Body:प्रदर्शन के माध्यम से नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी का विरोध दर्ज कराया गया और कहा गया कि यह कानून देश के खिलाफ है ।इस कानून से सबसे ज्यादा नुकसान गरीबों को होने वाला है क्योंकि अमीरों के पास सभी प्रकार के कागजात उपलब्ध हो जाएंगे लेकिन गरीब चाहे वह हिंदू धर्म के हो या मुसलमान धर्म के सभी को इस काले कानून से परेशानी होने वाली है जिसका विरोध किया जा रहा है।
देशभर में इस कानून के विरोध में निकाले गए प्रदर्शन के कारण हुई विधि व्यवस्था की समस्या को देखते हुए अनुमंडल प्रशासन द्वारा पूर्व में ही किसी प्रकार के जुलूस या प्रदर्शन पर रोक लगा दिया गया था । यही वजह रही कि प्रदर्शन को शहर में बढ़ने नहीं दिया गया । इसके लिए नालंदा के पुलिस अधीक्षक निलेश कुमार सहित बड़ी संख्या में पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस जवान के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद रहे ताकि जुलूस शहर में ना आ पाए और किसी प्रकार की विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न ना हो।


Conclusion:जुलूस को सोगरा कॉलेज के समीप ही रोक दिया गया जहां हजारों की तादाद में मौजूद लोगों को आयोजको ने अपनी बात रखी। इस दौरान नालंदा के जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह को भी प्रदर्शन स्थल पर बुलाया गया और एक स्मार पत्र सौंपा गया जिसे भारत के राष्ट्रपति तक पहुंचाने की बात कही गई । जिलाधिकारी ने कहा कि किसी प्रकार का परमिशन नहीं होने के कारण जुलूस को रोकने का काम किया गया है।
बाइट। पापु खान, पूर्व विधायक
बाइट। योगेंद्र सिंह, जिलाधिकारी, नालंदा
बाइट। हुमांयू अख्तर तारिक, जिलाध्यक्ष, राजद
walk through कुमार सौरभ, नालंदा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.