नालंदा: जिले के कर्मचारी संघ ने इंटक के नेतृत्व में सिविल सर्जन के कार्यालय के घेराव कर प्रदर्शन किया. इस दौरान अवैध तरीक से नौकरी से निकाले गए दो एंबुलेंस कर्मियों को फिर से बहाल करने की मांग की जा रही थी.
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे बिहार राज्य चिकित्सा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अमित पांडे ने बताया कि विगत 15 सितंबर को अपनी मांगों को लेकर 102 एंबुलेंस कर्मियों के द्वारा हड़ताल किया गया था. इस दौरान बिना कारण नालंदा के दो एंबुलेंस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया था. जिसके बाद सितंबर में राज्य स्तरीय वार्ता में स्पष्ट कहा गया था कि निलंबित एंबुलेंस कर्मियों को काम पर रख लिया जाएगा, लेकिन अभी तक उन्हें काम पर नहीं रखा गया है.
'...नहीं तो होगा बड़ा आंदोलन'
उन्होंने बताया कि अन्य जिलों के निलंबित एंबुलेंस कर्मियों को काम पर रख लिया गया, लेकिन नालंदा जिले में एक कर्मी को अब तक काम पर नहीं रखा गया. उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही एंबुलेंस कर्मियों को नौकरी पर नहीं रखा गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.