नालंदा: राजगीर के रत्नागिरी पर्वत पर विश्व शांति स्तूप की 50वीं वर्षगांठ को लेकर सरकारी स्तर पर तैयारियां शुरु हो गई है. इस मौके पर भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अलावा बड़ी संख्या में देश- विदेश के लोगों के शिरकत करने की संभावना है. विश्व शांति स्तूप पर पहुंचने के लिए रोप-वे निर्माण कार्य को भी तेज कर दिया गया है.
30 सितंबर के बाद होगा ट्रायल
8 सीटर केबिन रोप-वे के निर्माण कार्य को लेकर अधिकारियों ने दिन-रात एक कर दिया है. रोप-वे निर्माण कार्य को पूरा करने की अवधि 30 सितंबर तक निर्धारित की गई है. उसके बाद उसका ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा. रोप-वे निर्माण के लिए मैकेनिकल, सिविल, इलेक्ट्रिकल सभी कामों को तेजी से पूरा किया जा रहा है.
लोगों को होगी आसानी
बता दें कि इसके पहले विश्व शांति स्तूप पर जाने के लिए 1 सीट का खुला चेयर रोप-वे था. इस वजह से कई बार विश्व शांति स्तूप देखने बच्चे और बूढ़े नहीं जा पाते थे. साथ ही लोग खुला रोप-वे होने की वजह से डरते भी थे. लेकिन अब 8 सीटर रोपवे बन जाने से लोगों को जाने में आसानी होगी और सभी विश्व शांति स्तूप के दर्शन कर पाएंगे.
विभागीय पेचीदगी की वजह से लगा समय
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीते कई सालों से 8 सीटर रोपवे निर्माण कार्य पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन विभागीय पेचीदगी के कारण इसके निर्माण कार्य में समय लग गया. अब यह पूरा होने जा रहा है. जिससे स्थानियों और पर्यटकों को काफी फायदा होगा.