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नालंदा : यहां बांस के सहारे घरों तक पहुंचती है बिजली, जानिए क्यों

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Published : Sep 14, 2020, 10:29 PM IST

स्थानीय लोगों के द्वारा वर्ष 2012 में बिजली विभाग के अधिकारियों को पोल गाड़ने के लिए लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन आजतक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जिल कारण अब लोगों को बांस के पोल के सहारे अपने घरों तक बिजली पहुंचानी पड़ रही है.

Nalanda
बांस के पोल के सहारे अपने घरों तक बिजली पहुंचाने को मजबूर लोग

नालंदा: जिले में सरकार ने घर-घर बिजली बिजली पहुंचाने की घोषणा की थी, लेकिन बिना तार और पोल के ही लोगों तक बिजली पहुंचाने का काम किया जा रहा है, ऐसा ही नजारा बिहार शरीफ नगर निगम के वार्ड संख्या-46 अलीनगर झिंगनगर मोहल्ला में देखने को मिल रहा है, जहां लोग बांस के सहारे बिजली जला रहे हैं.

यह कभी भी एक बड़े हादसे का कारण बन सकता है. दरअसल विभाग के द्वारा कई घरों में अभी तक बिजली का पोल नहीं गाड़ा गया है, जिस कारण लोग करीब 2 किलोमीटर दूर से ही तार खींचकर बिजली जलाने को मजबूर हैं.

देखें रिपोर्ट.

लोगों के कई बार बोलने पर भी नहीं जगा बिजली विभाग

वहीं, इस पर स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्ष 2012 में बिजली विभाग के अधिकारियों को पोल गाड़ने के लिए लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन उसके बाद से लगभग हर वर्ष लोग लगातार बिजली विभाग का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारी बस स्थल निरीक्षण करते है और मामले को फिर से ठंडे बस्ता में डाल देते हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि 8 वर्ष के बीत जाने के बाद भी लोगों को बिजली के लिए तार और पोल उपलब्ध नहीं कराया जा सका है.

विभाग ने नहीं की अभी तक बिजली के पोल की व्यवस्था

स्थानीय लोगों का कहना कि अलीनगर रविदास टोला, डोम टोला में करीब सैकड़ों उपभोक्ता हैं, जिनके यहां बिजली विभाग के द्वारा बिजली का मीटर भी लगाया गया है और वे लोग बिजली का बिल भी जमा कर रहे हैं, लेकिन अब तक उन लोगों के लिए पोल की व्यवस्था नहीं की गई है. लोगों का यह भी कहना है कि तेज हवा और पानी में बांस के सहारे बिजली का तार गिर जाता है, जिससे कभी भी घटना की आशंका बनी रहती है.

करंट लगने से कई मवेशियों की गयी जान

स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र के ज्यादातर लोग बांस के सहारे बिजली जला रहे हैं, लेकिन तार के गिरने से कई बार घटनाएं भी हो चुकी हैं, उन्होंने बताया कि बिजली का तार गिरने से लोग करेंट की चपेट में आ जाते हैं, और इस दौरान कई मवेशियों की भी झुलसने से मौत हो गयी है.

नालंदा: जिले में सरकार ने घर-घर बिजली बिजली पहुंचाने की घोषणा की थी, लेकिन बिना तार और पोल के ही लोगों तक बिजली पहुंचाने का काम किया जा रहा है, ऐसा ही नजारा बिहार शरीफ नगर निगम के वार्ड संख्या-46 अलीनगर झिंगनगर मोहल्ला में देखने को मिल रहा है, जहां लोग बांस के सहारे बिजली जला रहे हैं.

यह कभी भी एक बड़े हादसे का कारण बन सकता है. दरअसल विभाग के द्वारा कई घरों में अभी तक बिजली का पोल नहीं गाड़ा गया है, जिस कारण लोग करीब 2 किलोमीटर दूर से ही तार खींचकर बिजली जलाने को मजबूर हैं.

देखें रिपोर्ट.

लोगों के कई बार बोलने पर भी नहीं जगा बिजली विभाग

वहीं, इस पर स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्ष 2012 में बिजली विभाग के अधिकारियों को पोल गाड़ने के लिए लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन उसके बाद से लगभग हर वर्ष लोग लगातार बिजली विभाग का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारी बस स्थल निरीक्षण करते है और मामले को फिर से ठंडे बस्ता में डाल देते हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि 8 वर्ष के बीत जाने के बाद भी लोगों को बिजली के लिए तार और पोल उपलब्ध नहीं कराया जा सका है.

विभाग ने नहीं की अभी तक बिजली के पोल की व्यवस्था

स्थानीय लोगों का कहना कि अलीनगर रविदास टोला, डोम टोला में करीब सैकड़ों उपभोक्ता हैं, जिनके यहां बिजली विभाग के द्वारा बिजली का मीटर भी लगाया गया है और वे लोग बिजली का बिल भी जमा कर रहे हैं, लेकिन अब तक उन लोगों के लिए पोल की व्यवस्था नहीं की गई है. लोगों का यह भी कहना है कि तेज हवा और पानी में बांस के सहारे बिजली का तार गिर जाता है, जिससे कभी भी घटना की आशंका बनी रहती है.

करंट लगने से कई मवेशियों की गयी जान

स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र के ज्यादातर लोग बांस के सहारे बिजली जला रहे हैं, लेकिन तार के गिरने से कई बार घटनाएं भी हो चुकी हैं, उन्होंने बताया कि बिजली का तार गिरने से लोग करेंट की चपेट में आ जाते हैं, और इस दौरान कई मवेशियों की भी झुलसने से मौत हो गयी है.

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