नालंदा: आयुध निर्माणी के निजीकरण के विरोध में देश में चल रहे हड़ताल के चौथे दिन राजगीर में कर्मियों ने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने महाप्रबंधक और उप महाप्रबंधक की गाड़ी को प्रशासनिक भवन जाने से रोक दिया. जिसके कारण अफरा-तफरी मच गई. महाप्रबंधक ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस के पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ.
आयुध निर्माणी के निजीकरण पर आक्रोश
कर्मचारियों ने हाथों में झंडे लेकर और थाली पीटकर प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के विरोध में नारेबाजी की. आयुध निर्माणी राजगीर मजदूर संघ के बैनर तले घंटों कर्मचारी प्रदर्शन करते रहे. दरअसल, भारत सरकार ने पूरे देश में आयुध निर्माणी को निजीकरण करने की योजना बनाई है, जिसको लेकर कर्मचारियों में आक्रोश है. कर्मियों का कहना है कि सरकार को रक्षा उत्पादन उद्योगों का निजीकरण किसी भी कीमत पर करने नहीं दिया जाएगा.
कर्मचारियों की 20 अगस्त से 19 सितंबर तक हड़ताल
प्रदर्शनकारियों ने महाप्रबंधक और उप महाप्रबंधक से इस आंदोलन में शामिल होने का अनुरोध किया. जब उन दोनों ने इसका समर्थन नहीं किया तो प्रदर्शनकारियों ने उनकी गाड़ी रोक दी. ऐसे में महाप्रबंधक और उप महाप्रबंधक को गाड़ी छोड़कर पैदल प्रशासनिक भवन तक जाना पड़ा. दरअसल, भारत सरकार की ओर से आयुध निर्माणी के निजीकरण किये जाने की नीति का राजगीर सहित पूरे देश में विरोध जताया जा रहा है. 20 अगस्त से लेकर 19 सितंबर तक राजगीर समेत देश के 41 आयुध निर्माणी के कर्मचारियों ने फैसले के विरोध में हड़ताल कर दिया है.