नालंदा: बिहार लोक सेवा आयोग की न्यायिक सेवा परीक्षा में नालंदा की बहू गेसू ने 18वीं रैंक लाकर जिले का नाम रोशन किया. गेसू ने यह सफलता अपने पहले प्रयास में हासिल की है. गेसू की सफलता से केवल उनके घरवाले ही नहीं बल्कि पूरा जिला और प्रदेश गौरवान्वित महसूस कर रहा है.
गेसू ने अपनी सफलता का श्रेय मां, पति और ससुराल वालों को दिया. वो कहती हैं कि सभी के प्रयासों के कारण ही वो आज सफल हो पाई हैं. गेसू नालंदा जिले के नूरसराय प्रखंड के सकरौढा गांव की बहू हैं. उनके ससुर आर्मी के सेवानिवृत्त जवान हैं. उनके पति अवनीश आनंद बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं.
पुणे से पढ़ी हैं गेसू
गेसू ने पुणे के आईएलएस लॉ कॉलेज में 5 साल एलएलबी की पढ़ाई की. उनकी पढ़ाई 2018 में पूरी हुई. जिसके बाद वो न्यायिक सेवा की तैयारी में जुट गई. हालांकि, इस दौरान उन्होंने बैंक मैनेजर के पद पर भी कार्य किया. लेकिन, न्यायिक सेवा में जाने के अपने सपने को पूरा करने में जुटी रही.
महिलाओं के लिए करना चाहती हैं काम
न्यायिक सेवा में आने की वजह पूछने पर गेसू ने बताया कि वो महिलाओं के लिए कुछ करना चाहती हैं. महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध के सवाल पर कहा कि जो भी कानून बने हैं, उसे सही और सही तरीके से लागू करने की जरूरत है. इससे निश्चित तौर पर अपराध का ग्राफ नीचे गिरेगा.
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गेसू से मिलने पहुंच रहे जनप्रतिनिधि
कानून को और सख्त बनाए जाने के सवाल पर गेसू कहती हैं कि साल 2018 में कई अमेंडमेंट किए गए हैं. जिसमें 20 साल की सजा के साथ-साथ फांसी तक का प्रावधान है. नालंदा की बहू के न्यायिक सेवा में सफल होनी की खबर के बाद से लोगों में खुशी का माहौल है. गेसू के घर तमाम जन प्रतिनिधियों का जमावड़ा लग रहा है.