ETV Bharat / state

नालंदा की बहु ने रचा इतिहास, पहले ही प्रयास में BPSC की न्यायिक सेवा परीक्षा की पास - BPSC में मिला 18वां रैंक

गेसू ने पुणे के आईएलएस लॉ कॉलेज में 5 साल एलएलबी की पढ़ाई की. उनकी पढ़ाई 2018 में पूरी हुई. जिसके बाद वो न्यायिक सेवा की तैयारी में जुट गईं थीं.

नालंदा की बहू गेसू
नालंदा की बहू गेसू
author img

By

Published : Dec 1, 2019, 8:33 PM IST

नालंदा: बिहार लोक सेवा आयोग की न्यायिक सेवा परीक्षा में नालंदा की बहू गेसू ने 18वीं रैंक लाकर जिले का नाम रोशन किया. गेसू ने यह सफलता अपने पहले प्रयास में हासिल की है. गेसू की सफलता से केवल उनके घरवाले ही नहीं बल्कि पूरा जिला और प्रदेश गौरवान्वित महसूस कर रहा है.

गेसू ने अपनी सफलता का श्रेय मां, पति और ससुराल वालों को दिया. वो कहती हैं कि सभी के प्रयासों के कारण ही वो आज सफल हो पाई हैं. गेसू नालंदा जिले के नूरसराय प्रखंड के सकरौढा गांव की बहू हैं. उनके ससुर आर्मी के सेवानिवृत्त जवान हैं. उनके पति अवनीश आनंद बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं.

पुणे से पढ़ी हैं गेसू
गेसू ने पुणे के आईएलएस लॉ कॉलेज में 5 साल एलएलबी की पढ़ाई की. उनकी पढ़ाई 2018 में पूरी हुई. जिसके बाद वो न्यायिक सेवा की तैयारी में जुट गई. हालांकि, इस दौरान उन्होंने बैंक मैनेजर के पद पर भी कार्य किया. लेकिन, न्यायिक सेवा में जाने के अपने सपने को पूरा करने में जुटी रही.

पेश है रिपोर्ट

महिलाओं के लिए करना चाहती हैं काम
न्यायिक सेवा में आने की वजह पूछने पर गेसू ने बताया कि वो महिलाओं के लिए कुछ करना चाहती हैं. महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध के सवाल पर कहा कि जो भी कानून बने हैं, उसे सही और सही तरीके से लागू करने की जरूरत है. इससे निश्चित तौर पर अपराध का ग्राफ नीचे गिरेगा.

Nalanda
जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता

गेसू से मिलने पहुंच रहे जनप्रतिनिधि
कानून को और सख्त बनाए जाने के सवाल पर गेसू कहती हैं कि साल 2018 में कई अमेंडमेंट किए गए हैं. जिसमें 20 साल की सजा के साथ-साथ फांसी तक का प्रावधान है. नालंदा की बहू के न्यायिक सेवा में सफल होनी की खबर के बाद से लोगों में खुशी का माहौल है. गेसू के घर तमाम जन प्रतिनिधियों का जमावड़ा लग रहा है.

नालंदा: बिहार लोक सेवा आयोग की न्यायिक सेवा परीक्षा में नालंदा की बहू गेसू ने 18वीं रैंक लाकर जिले का नाम रोशन किया. गेसू ने यह सफलता अपने पहले प्रयास में हासिल की है. गेसू की सफलता से केवल उनके घरवाले ही नहीं बल्कि पूरा जिला और प्रदेश गौरवान्वित महसूस कर रहा है.

गेसू ने अपनी सफलता का श्रेय मां, पति और ससुराल वालों को दिया. वो कहती हैं कि सभी के प्रयासों के कारण ही वो आज सफल हो पाई हैं. गेसू नालंदा जिले के नूरसराय प्रखंड के सकरौढा गांव की बहू हैं. उनके ससुर आर्मी के सेवानिवृत्त जवान हैं. उनके पति अवनीश आनंद बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं.

पुणे से पढ़ी हैं गेसू
गेसू ने पुणे के आईएलएस लॉ कॉलेज में 5 साल एलएलबी की पढ़ाई की. उनकी पढ़ाई 2018 में पूरी हुई. जिसके बाद वो न्यायिक सेवा की तैयारी में जुट गई. हालांकि, इस दौरान उन्होंने बैंक मैनेजर के पद पर भी कार्य किया. लेकिन, न्यायिक सेवा में जाने के अपने सपने को पूरा करने में जुटी रही.

पेश है रिपोर्ट

महिलाओं के लिए करना चाहती हैं काम
न्यायिक सेवा में आने की वजह पूछने पर गेसू ने बताया कि वो महिलाओं के लिए कुछ करना चाहती हैं. महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध के सवाल पर कहा कि जो भी कानून बने हैं, उसे सही और सही तरीके से लागू करने की जरूरत है. इससे निश्चित तौर पर अपराध का ग्राफ नीचे गिरेगा.

Nalanda
जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता

गेसू से मिलने पहुंच रहे जनप्रतिनिधि
कानून को और सख्त बनाए जाने के सवाल पर गेसू कहती हैं कि साल 2018 में कई अमेंडमेंट किए गए हैं. जिसमें 20 साल की सजा के साथ-साथ फांसी तक का प्रावधान है. नालंदा की बहू के न्यायिक सेवा में सफल होनी की खबर के बाद से लोगों में खुशी का माहौल है. गेसू के घर तमाम जन प्रतिनिधियों का जमावड़ा लग रहा है.

Intro:नालंदा। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा ली गई न्यायिक सेवा परीक्षा में नालंदा की बहू गेसू ने 18वे रैंक ला कर जिले का नाम रोशन किया। गेसू ने अपनी पहली प्रयास में सफलता प्राप्त की। इनकी सफलता से जिले के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। गेसू ने अपनी इस सफलता के लिए मां, पति एवं ससुराल वालों के सहयोग से प्राप्त करने की बात कही।
नालंदा जिले के नूरसराय प्रखंड के सकरौढा गांव निवासी आर्मी के सेवानिवृत्त जवान बृज किशोर सिंह की पुत्र वधू गेसू ने अपनी पहली प्रयास में ही यह सफलता प्राप्त की। इनके पति अवनीश आनंद बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है।
पुणे के आई एल एस लॉ कॉलेज से 5 साल की एलएलबी की पढ़ाई 2018 में पूरी की जिसके बाद न्यायिक सेवा की तैयारी में जुट गई। हालांकि इस दौरान उन्होंने बैंक मैनेजर के पद पर भी कार्य किया लेकिन न्यायिक सेवा में जाने के अपने सपने को पूरा करने में जुटी रही।


Body:न्यायिक सेवा में आने के बाद महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध के सवाल पर कहा कि जो भी कानून बने हैं उसे लागू करने की कोशिश करूंगी। महिलाओं में अपराधिक घटनाएं सामाजिक हो या पारिवारिक घटनाएं घट रही हैं उनमें सरकार द्वारा के द्वारा जो कानून बनाए गए हैं उसका सही तरीके से प्रचार प्रसार हो तो आपराधिक घटनाएं कम हो सकती है। हालांकि महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध पर कानून को और सख्त बनाए जाने के सवाल पर कहा कि वर्ष 2018 में कई अमेंडमेंट किए गए हैं जिसमें 20 साल की सजा के साथ साथ फांसी तक की सजा का प्रावधान है जो कि काफी बेहतर है।
नालंदा की बहू का न्यायिक सेवा में आने की खबर सुनकर लोगों में काफी खुशी का माहौल देखा गया और बधाई देने वालों का तांता लग गया । इनके इस सफलता पर इन्हें लोगों ने बधाई दिया।
बाइट। गेसू,
बाइट। कौशेलन्द्र कुमार, पूर्व प्रत्याशी भाजपा
बाइट। सुधीर सिंह, समजिक कार्यकर्ता


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.