नालंदा: बिहार के नालंदा में नाबालिग बच्चे को हत्या के आरोप में बाल सुधार गृह भेजा गया है. बताया जाता है कि जिले में बीते 10 मई को पूर्व जिप सदस्य अनीता देवी (Former Jila Parshad Anita devi) के पुत्र इंद्रजीत कुमार उर्फ अंशु की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उसी मामले में मुख्य आरोपी ने खुद को बचाने के लिए नाबालिग बच्चे को पैसे देकर कोर्ट में फर्जी सरेंडर करा (Nalanda Ravi Kewat fake surrender) दिया.
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खुद के बदले नाबालिग को भेजा सुधार गृह: बीते 10 मई को हुए जिले के बकरा गांव में पूर्व जिप सदस्य अनीता देवी के पुत्र इंद्रजीत कुमार के हत्या मामले में फर्जी आरोपी रवि केवट को कोर्ट में पेश किया गया. बताया जाता है कि अंशु की हत्या मामले में रवि केवट को मुख्य अभियुक्त बनाया गया, लेकिन अंशु की हत्या के बाद वह फरार हो गया था. लगातार इस मामले में पुलिस की छापेमारी के कारण इसने खुद को बचाने के लिए एक सोची समझी साजिश रच डाली जिसमें भी वह नाकाम साबित हुआ.
इस साजिश के तहत इसने बीते 10 अगस्त को अपने बदले एक नाबालिग लड़के को रवि केवट बना कर बिहारशरीफ कोर्ट (Fir In Biharsharif Court) में पेश करवा दिया. आरोपी नाबालिग को कोर्ट ने बाल गृह भेज दिया. जिसके बाद बीते बुधवार को उस बच्चे की पहचान के लिए पीड़ित परिजनों को बुलाया गया. उन परिवारवालों में मुख्य अभियुक्त रवि केवट खुद बच्चे का मौसा बन बैठा और अपनी पत्नी को उसका मौसी बना दिया.
आधार कार्ड जांच के बाद पकड़ाया आरोपी: वहीं कोर्ट को इस व्यक्ति पर शक हुआ तब न्यायाधीश आशीष रंजन (Justice Ashish Ranjan) ने नाबालिग के आधार कार्ड की जांच करवाई, जिसमें उस बच्चे का आधार कार्ड फर्जी पाया गया. उसके बाद रवि केवट की भी पहचान कर ली गई. तुरंत न्यायालय के आदेश पर रवि केवट और उसकी पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जबकि उस नाबालिग को बाल सुरक्षा गृह भेज दिया गया है.
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इस मामले में नगर थानाप्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि रवि केवट पर अलग-अलग थाना में हत्या-रंगदारी समेत अन्य केस दर्ज है. वहीं पुलिस की गिरफ्त के बाद आरोपित रवि केवट पर धारा 119, 420 का केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया.