नालंदा/अमरावती : आंध्र प्रदेश के एलुरु जिले में स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में बीती रात ब्लास्ट होने के बाद भीषण आग लग गई. इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए. सीएम नीतीश ने हादसे पर गहरा दुख जताया है. बता दें कि बिहार के 4 मजदूरों समेत 6 लोगों की मौत हुई थीं. इस मामले में नीतीश सरकार ने बिहार के 4 मृत मजदूरों के परिजनों को आर्थिक सहायता के रूप में दो-दो लाख रुपए देने की घोषणा की है.
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जानकारी के अनुसार, पोरस इंडस्ट्री की यूनिट 4 में बीती रात करीब 10 बजे ब्लास्ट हुआ, इसके बाद भीषण आग लग गई. हादसे के वक्त 150 लोग इंडस्ट्री में काम कर रहे थे. ब्लास्ट की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया. मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने घटना पर दुख जताया और मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, गंभीर रूप से झुलसे लोगों को पांच-पांच लाख रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों को दो-दो लाख रुपये दिए जाएंगे.
नालंदा के 4 मजदूरों की मौत: बॉयलर ब्लास्ट हादसे में मरने वाले बिहार के 4 मजदूर नालंदा जिले के रहने वाले थे. प्रशासन ने सभी चारों के नाम की घोषणा की है. मरने वाले दो मजदूर हरनौत और दो मृतक मजदूर चंडी थाना क्षेत्र के रहने वाले थे. हादसे में शिकार हुए बिहार के 4 मजदूरों के नाम इस प्रकार हैं-
- कारू रविदास-गांव नरसंडा, नालंदा
- मनोज कुमार- गांव रामसन, नालंदा
- सुवास रविदास- गांव नरसंडा, नालंदा
- हबदास रविदास- गांव बसनीमा, नालंदा
बॉयलर ब्लास्ट मामले में 6 की मौत : ब्लास्ट में बुरी तरह से घायल हुए पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया. अन्य घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया. उनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए विजयवाड़ा रेफर किया गया है. फिलहाल प्रशासन मृतकों की पहचान करने में जुटा है.
ब्लास्ट की वजह का पता नहीं: वहीं, घटना की सूचना पाकर एलुरु एसपी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया. दुर्घटना के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है. जानकारी के अनुसार, फैक्ट्री में फार्मास्यूटिकल्स के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले पाउडर का उत्पादन किया जा रहा था. पीड़ितों का कहना है कि कंपनी की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है, क्योंकि चीनी कारखाने को रासायनिक उद्योग में बदल दिया गया था.
एलुरु के पुलिस अधीक्षक देव शर्मा के मुताबिक, आग से झुलसे लोगों को विजयवाड़ा के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने बताया कि संदेह है कि बुधवार देर रात पॉलीमर पावर बनाने वाले संयंत्र के ‘रिएक्टर’ में आग लगने के कारण यह हादसा हुआ. अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया कि घायलों में से चार की हालत गंभीर है.
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