नालंदाः अहिंसा परमोधर्म, जियो और जीने दो के नारे के साथ नालंदा के कुंडलपुर में दो दिवसीय कुंडलपुर महोत्सव आज से शुरू हो गया. जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की 2618वीं जयंती समारोह पूर्वक मनाई जा रही है.
महावीर जयंती के मौके पर आज सुबह में विशाल शोभा यात्रा निकाली गई. जहां बड़ी संख्या में जैन धर्म के अनुयायियों ने भाग लिया. यह शोभा यात्रा कुंडलपुर से निकल कर नालंदा तक गई और वापस कुण्डलपुर लौटी. इस दौरान श्रद्धालु पूरे उत्साह के साथ भजन कृत्न करते यात्रा में शामिल रहे. बिहार सरकार द्वारा इसे राजकीय समारोह का दर्जा दिया गया है. यहां संध्या में राजकीय समारोह का आयोजन किया जाएगा.
अनुयायियों ने कहा शांति में ही सुख है
दो दिनों तक चलने वाला कुण्डलपुर महोत्सव की शुरुआत भगवान महावीर के महा मस्तिकाभिषेक से की गई. इस मौके पर अहिंसा में ही शांति है, शांति में ही सुख है और सुख में ही समृद्धि है की बात कही गई. अहिंसा को अपना कर उन्नति के पथ पर चलने की बात कही गई. इस मौके पर देश के कोने-कोने से जैन श्रद्धालुओं ने भाग लिया और भगवान महावीर के संदेशों को आत्मसात करने एवं देश दुनिया में उनके संदेश को प्रचारित करने की बात कही.