नालंदाः मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र नालंदा में एक बार फिर से पुलिस का क्रूर चेहरा लोगों के सामने आया है. जनता दल यू महादलित प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष गणेश रविदास की थाने में हुई मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. परिजनों का आरोप है कि गणेश रविदास की पुलिस हाजत में पीट-पीटकर हत्या की गई है. उनके शरीर पर कई जगह चोट के निशान हैं. घटना के बाद पीड़ित परिवार का सरकार से भरोसा उठ गया है और परिजन आरोपी थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
पुलिस पर हत्या का आरोप
दरअसल, नगरनौसा थाना के सैदपुरा गांव निवासी और जदयू महादलित प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष गणेश रविदास को पुलिस एक लड़की के अपहरण के मामले में पूछताछ के लिए थाने लाई थी, जहां उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. परिजनों का कहना है कि थाने में गणेश रविदास पुलिस के टॉर्चर से काफी डरे हुए थे. क्योंकि लगातार पुलिस गणेश रविदास को जेल भेजने की धमकी दे रही थी. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने हाजत में रखकर उसके साथ काफी मारपीट की. जिससे उसकी मौत हो गई. शौचालय में रस्सी के बिना कोई फांसी कैसे लगाएगा. लड़की के अपहरण मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है.
मृतक के सिर पर है गहरे चोट के निशान
मामले में एसआई का कहना है कि गणेश रविदास ने हाजत के बगल वाले कमरे के पास बने शौचालय की खिड़की में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. लेकिन गणेश रविदास के सिर पर चोट के निशान भी देखे गए हैं. जिससे मारपीट की आशंका को बल मिल रहा है. इस मामले में पीड़ित परिवार दोषियों पर कार्रवाई, 20 लाख मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं. घटना को लेकर परिजनों में काफी आक्रोश है. मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.
नगरनौसा थाना पुलिस छावनी में तब्दील
बता दें कि थाना परिसर में आत्महत्या की खबर मिलते ही नालंदा जिला पुलिस अलर्ट पर है. डीएसपी, थानाध्यक्ष और दर्जनों की संख्या में सुरक्षाकर्मियों को एहतियात के तौर पर नगरनौसा थाने में बुलाया गया. एहतियात के तौर पर फिलहाल पूरे थाना परिसर के आस-पास पुलिस को तैनात कर दिया गया है. घटना की सूचना पाकर एसडीएम हिल्सा भी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की और कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से परहेज किया.