नालंदा: जाप सुप्रीमो पप्पू यादव (JAP Supremo Pappu Yadav) ने बोचहां उपचुनाव परिणाम (Bochaha By Election Results) का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि उपचुनाव परिणाम ने ये साबित कर दिया कि जहां ईवीएम और सेटिंग-गेटिंग नहीं हो वहां, बीजेपी कभी नहीं जीत सकती है. साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि कि यादव और ब्रह्मर्षि के बीच लंबे समय से जो नफरत फैला दी गई थी, उसे मिटाने की दिशा में पहल हुई है.
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यादव और ब्रह्मर्षि के बीच दोस्ती: नालंदा में आचार संहिता उल्लंघन मामले में नालंदा सिविल कोर्ट में पेशी के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि बोचहां में जीत आरजेडी की नहीं हुई है, बल्कि दिवंगत विधायक मुसाफिर पासवान की जीत है. लोगों ने सहानुभूति के तौर पर उनके बेटे अमर पासवान का साथ दिया. उन्होंने कहा कि मुझे एक बात की खुशी है कि यादव और ब्रह्मर्षि के बीच लंबे समय से जो कुछ लोगों ने जो नफरत पैदा किया था, उसे दूर करने की दिशा में अच्छी पहल हुई है.
"एक बात की मुझे बहुत खुशी है कि यादव और ब्रह्मर्षि के बीच लंबे समय से जो कुछ लोगों ने जो नफरत पैदा किया था, मुझे लगता है कि एक अच्छी पहल है. कम से कम जो यादव आइसोलेशन की ओर, कुछ लोगों ने 15 साल रहकर किया था, अब समाज के लोग एक रहें. सभी जाति के लोग एक रहें, इसकी शुरुआत मुझे अच्छा लगा"- पप्पू यादव, सुप्रीमो, जन अधिकार पार्टी
बीजेपी के घमंड की हार: जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि वास्तव में ये चुनाव बीजेपी के घमंड की हार है. उन्होंने कहा कि बीजेपी और नरेंद्र मोदी में घमंड आ गया है, उनको लगता है कि बीजेपी हार नहीं सकती है लेकिन मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि अगर ईवीएम और सेटिंग-गेटिंग का खेल न हो तो इस जन्म में बीजेपी कोई भी चुनाव नहीं जीत सकती है.
नालंदा कोर्ट में पप्पू की पेशी: इससे पहले 2015 विधानसभा चुनाव के दौरान निर्धारित समय अवधि से अधिक समय तक भाषण देने के आरोप में पप्पू यादव की नालंदा कोर्ट में पेशी हुई. उनके ऊपर आदर्श चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था. पेशी के बाद जब सुप्रीमो पप्पू यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा आचार संहिता विरोधियों को परेशान करने का तरीका है. वे इस मामले में निर्दोष हैं.
बोचहां में आरजेडी ने लहराया परचम: आपको बता दें कि बोचहां उपचुनाव में सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी पार्टी आरजेडी के बीच सीधा मुकाबला था. वीआईपी पार्टी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में जुटी थी. लेकिन बोचहां की जनता ने मुसाफिर पासवान के पुत्र और राजद उम्मीदवार अमर पासवान को विधायक चुना. उपचुनाव में दो छोटे दलों ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के शीर्ष नेताओं को मुश्किल में डाल दिया. जदयू के चलते जहां चिराग पासवान को एनडीए छोड़ना पड़ा वहीं भाजपा के चलते मुकेश सहनी को एनडीए छोड़ना पड़ा. उपचुनाव में दोनों दलों ने पैंतरा बदला और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को सीट गंवानी पड़ी. अमर पासवान को मिले 82562 वोट, बीजेपी की बेबी कुमारी को 45909 वोट और वीआईपी की गीता कुमारी को 29279 वोट मिले हैं.
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