नालंदा: बिहार के नालंदा में चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां बिहार शरीफ सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में एक तांत्रिक तंत्र-मंत्र से पुरुष का इलाज कर रहा था. इसके बाद अस्पताल में मौजूद लोगों जमा होने लगे. दरअसल पूरा मामला बिहारशरीफ प्रखंड के ही नेवाजी बीघा गांव का है. जहां वह अपने घर में सोया हुआ था. इसी दौरान एक जहरीले बिच्छू ने उसे डंक मार दिया. इससे उसकी हालत बिगड़ने लगी. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन डॉक्टर के नहीं रहने पर परिजन भगत को बुलाकर झाड़ फूंक करने लगा.
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नालंदा सदर अस्पताल में झाड़ फूंक : करीब एक घंटे तक बिहार शरीफ सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में नीम के टहनी के सहारे व्यक्ति का इलाज किया जा रहा था. 1 घंटे तक इमरजेंसी वार्ड में ओझा के मंत्रोच्चारण से गूंजता रहा. गनीमत यह रही कि चिकित्सक के गायब होने की वजह से पूरा इमरजेंसी वार्ड खाली था. अन्यथा अन्य मरीजों को भी इस झाड़-फूंक का सामना करना पड़ता है. जैसे ही एसएनसीयू में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक पंकज कुमार को सूचना मिली चिकित्सक के द्वारा ओझा को झाड़-फूंक करने से मना किया.
"मैं घर पर सोया हुआ था. सांप और बिच्छू के काटने पर झाड़ फूंक कर ठीक करता हूं. मैंने पानी फूंककर दिया लेकिन परिजन मुझे सदर अस्पताल लेकर आये." -भगवान चौहान, भगत
इमरजेंसी वार्ड में तंत्र मंत्र: बिहार सरकार स्वास्थ्य विभाग को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए मिशन 60 के बाद क्वालिटी अस्पताल का सूरत तो बदल दिया लेकिन सीरत जस की तस है. सोमवार को बिहार शरीफ सदर अस्पताल में रात 8 से लेकर 12 बजे तक ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक अपने कर्तव्य से गायब थे. इस दौरान दर्जनों मरीज दूसरे जगह जाने लगे. हद तो तब हो गई जब एक जहरीले जीव काटने के बाद एक व्यक्ति उदय कुमार को बिहार शरीफ सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया तो सदर अस्पताल की पोल खुल गई.