नालंदा: बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर सिंह सोमवार को नालंदा पहुंचे. उन्होंने कहा बिना ज्ञान के भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता. वे नालंदा कॉलेज के शताब्दी समारोह में (Centenary Celebrations of Nalanda College) शिरकत करने लिए एक दिवसीय दौरे पर नालंदा पहुंचे थे. बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर सिंह का भव्य स्वागत किया गया. इस मौके पर उनके साथ पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राकेश कुमार सिंह, नालंदा कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. राम कृष्ण परमहंस मौजूद रहे.
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पुस्तकालय का उद्घाटन: शिक्षा मंत्री ने कॉलेज परिसर में बने नए शताब्दी भवन और पुस्तकालय का उद्घाटन किया. इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि नालंदा की धरती है. यहां से ही ज्ञान मुल्क में फैला है. हम लोगों से अनुरोध करते हैं कि ज्ञान अदभुत हो और ज्ञान की भूमि भारत में है. इसके साथ वह बिहार के नालंदा में है. जो लोग ज्ञान के लिए दूसरे प्रदेश या विदेश जाते हैं उनके लिए ये स्थिति पैदा न हो इसलिए सभी लोग विरासत पाने के लिए इसमें सहयोग करें तभी भारत विश्व गुरु बन पाएगा.
20 लाख की लागत से तैयार: आपको बता दें कि छात्रों को बेहतर सुविधा मिले और पढ़ाई में कोई कठिनाई ना आए इसके लिए यहां लाइब्रेरी बना है. जहां हर तरह की किताबें मिलेगी और उसे पढ़ें और अपना उज्ज्वल भविष्य बनाएं. यह भवन 20 लाख रुपए की लागत से तैयार किया गया है. जिसे आर्ट्स भवन के नाम से भी जाना जाता है.
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'नालंदा की धरती है. यहां से ही ज्ञान मुल्क में फैला है. सभी लोग विरासत पाने के लिए इसमें सहयोग करें तभी भारत विश्व गुरु बन पाएगा'-प्रो. चंद्रशेखर सिंह, शिक्षा मंत्री, बिहार