ETV Bharat / state

Nalanda News: हॉस्टल में पढ़ रहे छात्र की झोलाछाप डॉक्टर ने ली जान, बोली वार्डन- 'दवा का ओवर डोज पड़ने से हुई मौत' - Quack Doctor Killed Student In Nalanda

नालंदा में एक झोलाछाप डॉक्टर के चक्कर में पड़ने से एक छात्र की जान चली गई. छात्र स्कूल के हॉस्टल में ही रह कर पढ़ाई करता था. स्कूल के वार्डन का कहना है कि दवा का ओवर डोज पड़ने से उसकी स्थिति बिगड़ गई. आनन-फानन में उसे सदर अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पढ़ें पूरी खबर..

नालंदा में छात्र की मौत
नालंदा में छात्र की मौत
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Aug 29, 2023, 7:29 AM IST

नालंदा: बिहार के नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ स्थित सदर अस्पताल में एक निजी स्कूल के हॉस्टल में रहने वाले 12 वर्षीय छात्र की इलाज के दौरान मौत हो गई. बताया जाता है कि छात्र को सदर अस्पताल लाने से पहले झोलाछाप डॉक्टर ने दवाई दी थी, गलत इलाज होने से छात्र की तबीयत बिगड़ गई और छात्र की मौत हो गई.

ये भी पढ़ें- नालंदा: मैट्रिक की परीक्षा देने के दौरान बिगड़ी छात्र की तबीयत, इलाज के दौरान मौत

गलत इलाज के कारण छात्र की मौत: हॉस्टल की वार्डन ने बताया कि स्कूल से छुट्टी होने के बाद जब बच्चा हॉस्टल आया तो उसे तेज बुखार था, जिसके बाद हॉस्टल के कर्मी द्वारा बरबीघा के मेडिकल स्टोर में ले जाकर इलाज कराया गया. जहां मौजूद मेडिकल स्टोर के कर्मी द्वारा पहले बालक को एक गोली खिलाया गया और फिर दो सुई दिया गया. जिसके बाद बालक की हालत बिगड़ने लगी, तो वहां से रेफरल अस्पताल ले जाया गया. जहां से चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल लाया गया.

झोलाछाप डॉक्टर ने ली जान: बिहार शरीफ सदर अस्पताल में चिकित्सक ने जांच के दौरान बच्चे को मृत घोषित कर दिया. मृतक अस्थावां थाना क्षेत्र के शेरपुर गांव निवासी रमेश कुमार के 12 वर्षीय पुत्र गोलू कुमार है, जो बरबीघा स्थित रेसिडेंशियल पब्लिक स्कूल के हॉस्टल में रहकर 5वीं क्लास में पढ़ाई करता था. आज अचानक उसे बुखार हुआ, जिसे दिखाने के लिए मेडिकल स्टोर ले जाया गया. मेडिकल स्टोर पर झोलाछाप डॉक्टर द्वारा सुई देने के बाद बालक की तबीयत बिगड़ी और बिहारशरीफ सदर अस्पताल लाने के दौरान बच्चे की मौत हो गई.

"बोला बुखार लगा है. डॉक्टर के पास ले गये. वहां वो पहले एक गोली दिए फिर एक सुई दिए, उसके कुछ देर बाद उसकी स्थिति बिगड़ गई तो फिर से एक सुई दे दिए. उसके बाद उसे लेकर हमलोग अस्पताल आ गए."- हॉस्टल की वार्डन

नालंदा: बिहार के नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ स्थित सदर अस्पताल में एक निजी स्कूल के हॉस्टल में रहने वाले 12 वर्षीय छात्र की इलाज के दौरान मौत हो गई. बताया जाता है कि छात्र को सदर अस्पताल लाने से पहले झोलाछाप डॉक्टर ने दवाई दी थी, गलत इलाज होने से छात्र की तबीयत बिगड़ गई और छात्र की मौत हो गई.

ये भी पढ़ें- नालंदा: मैट्रिक की परीक्षा देने के दौरान बिगड़ी छात्र की तबीयत, इलाज के दौरान मौत

गलत इलाज के कारण छात्र की मौत: हॉस्टल की वार्डन ने बताया कि स्कूल से छुट्टी होने के बाद जब बच्चा हॉस्टल आया तो उसे तेज बुखार था, जिसके बाद हॉस्टल के कर्मी द्वारा बरबीघा के मेडिकल स्टोर में ले जाकर इलाज कराया गया. जहां मौजूद मेडिकल स्टोर के कर्मी द्वारा पहले बालक को एक गोली खिलाया गया और फिर दो सुई दिया गया. जिसके बाद बालक की हालत बिगड़ने लगी, तो वहां से रेफरल अस्पताल ले जाया गया. जहां से चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल लाया गया.

झोलाछाप डॉक्टर ने ली जान: बिहार शरीफ सदर अस्पताल में चिकित्सक ने जांच के दौरान बच्चे को मृत घोषित कर दिया. मृतक अस्थावां थाना क्षेत्र के शेरपुर गांव निवासी रमेश कुमार के 12 वर्षीय पुत्र गोलू कुमार है, जो बरबीघा स्थित रेसिडेंशियल पब्लिक स्कूल के हॉस्टल में रहकर 5वीं क्लास में पढ़ाई करता था. आज अचानक उसे बुखार हुआ, जिसे दिखाने के लिए मेडिकल स्टोर ले जाया गया. मेडिकल स्टोर पर झोलाछाप डॉक्टर द्वारा सुई देने के बाद बालक की तबीयत बिगड़ी और बिहारशरीफ सदर अस्पताल लाने के दौरान बच्चे की मौत हो गई.

"बोला बुखार लगा है. डॉक्टर के पास ले गये. वहां वो पहले एक गोली दिए फिर एक सुई दिए, उसके कुछ देर बाद उसकी स्थिति बिगड़ गई तो फिर से एक सुई दे दिए. उसके बाद उसे लेकर हमलोग अस्पताल आ गए."- हॉस्टल की वार्डन

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.