नालंदा: बिहार में साइबर ठगी पर नकेल कसने के लिए साइबर थाना का उद्घाटन किया गया है. बावजूद इसके साइबर अपराधी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं. इसी कड़ी में नालंदा के लहेरी थाना क्षेत्र की पुलिस ने ठगी करने वाले गिरोह के 4 सदस्यों को देवीसराय से गिरफ्तार किया है. जो बिहार-झारखंड के सक्रिय सदस्य हैं. इसके पास से एक बड़े अटैची में 3200 रुपये बरामद हुए हैं.
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दो महीने में पैसे डबल: ठग ग्राहकों को दो महीने में पैसे डबल करने का झांसा देते थे. वो उस अटैची में पहले नोटों के बंडल के साइज का कागज और उपर में 100 रुपये के नोटों का बंडल रख ठगी करते थे. इसका खुलासा तब हुआ जब एक शख्स ने अपने ही घर के फुफेरे भाई पप्पू चौधरी के खिलाफ थाने शिकायत दर्ज कराई. उससे 12 लाख रुपये डबल करने के लिए लिया गया था. जब उसने दो महीने बाद भाई को फोन किया तो उसने पहले आनाकानी की, उसके बाद पारिवारिक दवाब के कारण एक अटैची में नोटों के कागज भरकर दे दिए.
सरगना की तलाश में पुलिस: पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर लहेरी थाना क्षेत्र से चारों ठग को गिरफ्तार कर पूछताक्ष शुरू कर दी है. उस अटैची को भी जब्त किया है. फिल्हाल लहेरी थानाध्यक्ष दीपक कुमार गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर इस गिरोह के सरगना की तलाश में जुट गए हैं. गिरफ्तार ठगों में नालंदा का रविकांत पासवान,शेखपुरा का निरंजन पासवान, पटना का विष्णु कुमार और रविंद्र कुमार शामिल है. थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि 4 ठगों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है.
"पहले ठगों ने रुपए दुगुना करने के नाम पर 12 लाख रुपये मंगा फिर जब महीना पूरा होने पर पैसा मांगा तो बोला गया कि सिंगापुर से केमिकल मंगवाया जा रहा है. कैलिफोर्निया की कंपनी बंद हो गई है. इसलिए 5 लाख रुपए और देना होगा और जापान से केमिकल मंगवाना है. कार्बन प्लेट को सोने में बदल दिया जाएगा और वह सोना बनेगा."- दीपक कुमार, लहेरी थानाध्यक्ष, नालंदा