नालंदा: बिहार में आए दिन स्वास्थ्य विभाग अपने कारनामों से सुर्खियों में रहता है. कुछ दिन पहले कोरोना जांच में 'घोटाला' होने की बात सामने आई थी. एक बार फिर नालंदा जिले में कोविशील्ड वैक्सीन कूड़ेदान में फेंका मिला है. वह भी कहीं और नहीं सदर अस्पताल परिसर में.
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बता दें कि कोरोना वैक्सीन को लेकर सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार 10 व्यक्ति होने के बाद ही वायल को खोलने और खत्म होने के बाद उसे फिर से पैक कर जमा करना होता है. बाबजूद इसके वैक्सीन इस तरह कूड़ेदान तक कैसे पहुंची. यह तो जांच का विषय है.
'मामले की होगी जांच'
वहीं, इस पूरे मामले में सदर पीएचसी के प्रभारी डॉक्टर जहांगीर ने पूरे मामले की जांच कराए जाने की बात बता रहे हैं. फिलहाल, मामला चाहे जो भी हो, लेकिन सदर अस्पताल के कर्मियों के कारण सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं आम लोगों तक नहीं पहुंच पाती है. बता दें कि कोरोना से बचने के लिए देश में दो कम्पनियों की ओर से वैक्सीन का इजाद किया गया है. जिसे बिहार में 45 साल से ऊपर के लोगों को लगाया जा रहा है.