नालंदा: जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच नए पॉजिटिव मरीज मिलने की संख्या में तेजी से कमी आ रही है. 18 से 44 वर्ष के लोगों को टीका लगाने वाले लोगों की लंबी कतार देखी जा रही है. वहीं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोरोना टीकाकरण और जांच का दायरा बढ़ाने का काम किया जा रहा है. इसी कड़ी में बिहारशरीफ सदर अस्पताल में टीकाकरण के लिए पहुंच रहे लोगों की जांच शुरू कर दी गयी है.
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कोरोना गाइडलाइन का पालन
टीका लगाने के पूर्व सभी लोगों की एंटीजन जांच की जा रही है. अगर जांच के दौरान व्यक्ति संक्रमित पाए जाते हैं, तो उन्हें टीका लगाने के लिए रोका जाता है. उन्हें होम आइसोलेशन में रहने और कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की सलाह दी जाती है.
सभी वर्गों को टीकाकरण
नालंदा जिले में 18 से 44 साल के 28 हजार 85 लोगों का टीकाकरण हो चुका है. इस बीच 18 से 44 वर्ष के बीच कोरोना का टीका लगाने आए युवा और बुद्धिजीवी वर्ग काफी उत्साहित हैं. युवाओं ने कहा कि सभी वर्गों को टीकाकरण अभियान का हिस्सा जरूर बनना चाहिए. ताकि कोरोना से जंग जीता जा सके. इस महामारी में टीका वरदान से कम नहीं है.