नालंदा: लालू प्रसाद के करीबी और राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. नालंदा के बिहारशरीफ कोर्ट में उनके द्वारा टीका लगाने वाले बयान के खिलाफ परिवाद दायर किया गया है. बिहार शरीफ के मथुरिया मोहल्ला निवासी वीरेश पांडे द्वारा मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में जगदानंद सिंह के खिलाफ परिवाद दायर किया गया है.
नालंदा कोर्ट में जगदानंद सिंह के खिलाफ परिवाद दायर: मामले की सुनवाई 11 अक्टूबर को होगी. दरअसल याचिकाकर्ता के वकील सुनील कुमार पांडे ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए कहा कि वीरेश पांडे ने कहा कि जगदानंद सिंह के टीका लगाने वालों ने देश को गुलाम बनाया वाले बयान से मैं बहुत मर्माहत हूं. उनके बयान से कभी भी दंगा हो सकता है. एक दल के नेता को इस तरह के बयान देने से बचना चाहिए.
"वीरेश पांडे के द्वारा परिवाद पत्र दायर किया गया है. केस नंबर 298C 2023 है. मामले की सुनवाई 11 अक्टूबर को होगी."- सुनील कुमार पांडे , अधिवक्ता
याचिकाकर्ता वीरेश पांडे का बयान: वहीं याचिकाकर्ता वीरेश पांडे ने विपक्ष पर हमला किया और कहा कि जबसे इंडिया गठबंधन हुआ है और जब से मुंबई में सम्मेलन हुआ है तभी से इन लोगों द्वारा हिंदू सनातन धर्म पर आघात पहुंचाने का काम किया जा रहा है. ये लोग कहते हैं कि देश को टीकाधारी लोगों ने गुलाम कर दिया. सनातन धर्म को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. इन लोगों की बात सुनकर शर्मिंदगी होती है.
"हिंदू सनातन धर्म आज से नहीं बल्कि अनादिकाल से है. गीता, रामायण में वर्णन है. टीकाधारी ने देश की रक्षा की है. आप लोगों ने क्या किया है इतिहास उठाकर देख लें. हमने इस मामले को लेकर केस किया है. 11 अक्टूबर को सुनवाई होगी."- वीरेश पांड, याचिकाकर्ता
जगदानंद सिंह का बयान: दरअसल जगदानंद सिंह ने अपने एक बयान में कहा था कि टीका लगाकर घूमने वाले लोगों ने देश को गुलाम बनाया था. इस दौरान उन्होंने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा. साथ ही सनातन धर्म पर कई सवाल भी खड़े किए.