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नालंदा पहुंचे नीतीश कुमार, बोले लोग- उपराष्ट्रपति बनने का आशीर्वाद लेने आए हैं सीएम

सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) समाज सुधार अभियान (Samaj Sudhar Abhiyan) यात्रा के बाद अब पार्टी के कार्यकर्ताओं और आम लोगों से सीधा संपर्क कर रहे हैं. नालंदा के एकंगरसराय और इस्लामपुर में उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस दौरान एक बार फिर से सीएम के अगले उपराष्ट्रपति बनने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. पढ़ें पूरी खबर..

nitish kumar can become vice president
nitish kumar can become vice president
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Published : Apr 9, 2022, 3:56 PM IST

Updated : Apr 9, 2022, 5:58 PM IST

नालंदा: सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) इन दिनों अपने गृह जिले नालंदा में जनसंवाद कार्यक्रम (Jan Samvad Program In Nalanda) कर रहे हैं. जनसंवाद यात्रा के क्रम में शनिवार को सीएम नीतीश कुमार एकंगरसराय और इस्लामपुर में पार्टी के नये पुराने कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे. इस दौरान नीतीश कुमार ने अपने राजनीति संघर्ष के दिनों के साथियों को ज्यादा समय दिया. जनसंवाद यात्रा के दौना कई जगहों पर कार्यकर्ताओं ने सीएम का स्वागत किया. लोगों ने नीतीश कुमार अमर रहे के नारे भी लगाए. इन सबके बीच नीतीश कुमार के राज्यसभा (nitish kumar can become vice president) जाने की अटकलें एक बार फिर से तेज हो गई है.

पढ़ें- खबर पक्की है..! उपराष्ट्रपति बनेंगे नीतीश कुमार, प्रशासनिक तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप

सीएम ने सुनीं लोगों की समस्याएं: सीएम ने लोगों की बातों और समस्याएं को सुना और समाधान का भरोसा दिया. नये कार्यकर्ताओं से भी संवाद किया. सीएम नीतीश कुमार पंडाल में घूम-घूमकर एक- एक कार्यकर्ताओं से मिले. उनकी समस्या को जाना और स्वयं अपने हाथों से आवेदन लिया. इस दौरान काफी संख्या में लोगों ने आवेदन दिये. वहीं स्थानीय लोगों ने भी सीएम नीतीश को लेकर उपराष्ट्रपति बनने की अटकलों को तेज कर दिया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सीएम उपराष्ट्रपति पद के लिए लोगों का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं.

जदयू नेता ने कही ये बात: वहीं जदयू के प्रखण्ड अध्यक्ष सुभाष कुमार सिन्हा (JDU Block President Subhash Kumar Sinha ) ने सीएम के उपराष्ट्रपति या राष्ट्रपति के पद पर जाने की अटकलों पर गोल मोल जवाब दिया. उन्होंने कहा कि सीएम ने तो पहले ही साफ कर दिया है कि उनकी ऐसी कोई इच्छा नहीं है. लेकिन अगर दिल्ली जाने की परिस्थिति बनेगी तो जा भी सकते हैं. बिहार की जनता ने उन्हें 2025 तक का जनादेश दिया है.

"सीएम ने खुद स्पष्ट किया है कि उनके मन में ऐसी कोई इच्छा नहीं है. लेकिन हमारी इच्छा है कि हमारे नेता देश की कमान संभाले. नीतीश कुमार ने बिहार को शून्य से शिखर पर पहुंचाया है. नीतीश कुमार के लायक राष्ट्रपति का पद है."- सुभाष कुमार सिन्हा,प्रखण्ड अध्यक्ष, जदयू

"सीएम दिल्ली जाने के लिए आंतरिक ऊर्जा ले रहे हैं. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए लोगों का आशीष प्राप्त कर रहे हैं. हम सब उनके लिए दुआ कर रहे हैं कि वे राष्ट्रपति पद तक जाएं. सीएम नीतीश नालंदा के एक-एक बच्चे के प्रोत्साहन का केंद्र बनेंगे."- स्थानीय

नीतीश ने जताया लोगों का आभार: अपनी यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगों ने बहुत सम्मान दिया है. आप सभी को देख मेरा मन काफी प्रफ्फुलित हुआ है. आपसबों के प्रेम, स्नेह के कारण ही बिहार की सेवा करने का मौका मिला है. इसी तरह मिल-जुलकर आपस में प्रेम और भाईचारा बनाये रखें. प्रेम और भाईचारा रखेंगे तो बिहार बहुत आगे बढ़ेगा.

सीएम का निजी कार्यक्रम: बता दें कि सीएम की जनसंवाद कार्यक्रम विभागीय नहीं बल्कि निजी कार्यक्रम है. मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर पूरे गांव में उत्साह का माहौल देखने को मिला. नालंदा में सीएम नीतीश का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. सीएम नीतीश कुमार ने प्रखंडों में जा जाकर पुराने कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की. साथ ही आम लोगों से सीएम ने संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुना. नीतीश कुमार ने लोगों की समस्याओं का जल्द समाधान करे का आश्वासन भी दिया.

43 सीटों पर सिमटने के बावजूद नीतीश CM: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 71 की उम्र पार कर चुके हैं. वो छठी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं और पिछले 27 साल से भाजपा के साथ उनका गठबंधन है. विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही नीतीश कुमार गठबंधन और सरकार में सहज महसूस नहीं कर रहे हैं. 43 सीटों पर सिमटने के बावजूद बीजेपी ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी तो दे दी, लेकिन बीजेपी नेताओं के आक्रामक बयान से नीतीश कुमार असहज हैं. उत्तर प्रदेश चुनाव के नतीजों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुश्किलें और बढ़ा दी है. यूपी में जीत के बाद बीजेपी नेताओं का मनोबल सातवें आसमान पर है और पार्टी नेता अब समझौते के मूड में नहीं दिख रहे हैं.

BJP नेताओं के तेवर से असहज हैं नीतीश!: बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर नीतीश सरकार में बीजेपी कोटे के मंत्री तक, सरकार की नीतियों पर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं. शराबबंदी, भ्रष्टाचार और बेलगाम अपराध को लेकर नीतीश बीजेपी नेताओं के निशाने पर हैं. नीतीश और प्रशांत किशोर के बीच दिल्ली में मुलाकात हुई और फिर नीतीश कुमार को लेकर चर्चा जोर पकड़ने लगी कि नीतीश कुमार राष्ट्रपति पद के सशक्त दावेदार हैं, लेकिन राज्यों के चुनाव के नतीजों के बाद दावों की हवा निकल गई और बीजेपी का पलड़ा एक बार फिर से भारी हो गया. नीतीश कुमार को फिर से समझौते के मोड में आना पड़ा. जुलाई महीने में उपराष्ट्रपति के चुनाव होने हैं और उपराष्ट्रपति को लेकर भी नीतीश कुमार का नाम सुर्खियों में है.

पढ़ें: CM पद छोड़ नीतीश ने क्यों की राज्यसभा जाने की बात.. क्या BJP के दबाव में बदल रहा है मन?

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नालंदा: सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) इन दिनों अपने गृह जिले नालंदा में जनसंवाद कार्यक्रम (Jan Samvad Program In Nalanda) कर रहे हैं. जनसंवाद यात्रा के क्रम में शनिवार को सीएम नीतीश कुमार एकंगरसराय और इस्लामपुर में पार्टी के नये पुराने कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे. इस दौरान नीतीश कुमार ने अपने राजनीति संघर्ष के दिनों के साथियों को ज्यादा समय दिया. जनसंवाद यात्रा के दौना कई जगहों पर कार्यकर्ताओं ने सीएम का स्वागत किया. लोगों ने नीतीश कुमार अमर रहे के नारे भी लगाए. इन सबके बीच नीतीश कुमार के राज्यसभा (nitish kumar can become vice president) जाने की अटकलें एक बार फिर से तेज हो गई है.

पढ़ें- खबर पक्की है..! उपराष्ट्रपति बनेंगे नीतीश कुमार, प्रशासनिक तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप

सीएम ने सुनीं लोगों की समस्याएं: सीएम ने लोगों की बातों और समस्याएं को सुना और समाधान का भरोसा दिया. नये कार्यकर्ताओं से भी संवाद किया. सीएम नीतीश कुमार पंडाल में घूम-घूमकर एक- एक कार्यकर्ताओं से मिले. उनकी समस्या को जाना और स्वयं अपने हाथों से आवेदन लिया. इस दौरान काफी संख्या में लोगों ने आवेदन दिये. वहीं स्थानीय लोगों ने भी सीएम नीतीश को लेकर उपराष्ट्रपति बनने की अटकलों को तेज कर दिया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सीएम उपराष्ट्रपति पद के लिए लोगों का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं.

जदयू नेता ने कही ये बात: वहीं जदयू के प्रखण्ड अध्यक्ष सुभाष कुमार सिन्हा (JDU Block President Subhash Kumar Sinha ) ने सीएम के उपराष्ट्रपति या राष्ट्रपति के पद पर जाने की अटकलों पर गोल मोल जवाब दिया. उन्होंने कहा कि सीएम ने तो पहले ही साफ कर दिया है कि उनकी ऐसी कोई इच्छा नहीं है. लेकिन अगर दिल्ली जाने की परिस्थिति बनेगी तो जा भी सकते हैं. बिहार की जनता ने उन्हें 2025 तक का जनादेश दिया है.

"सीएम ने खुद स्पष्ट किया है कि उनके मन में ऐसी कोई इच्छा नहीं है. लेकिन हमारी इच्छा है कि हमारे नेता देश की कमान संभाले. नीतीश कुमार ने बिहार को शून्य से शिखर पर पहुंचाया है. नीतीश कुमार के लायक राष्ट्रपति का पद है."- सुभाष कुमार सिन्हा,प्रखण्ड अध्यक्ष, जदयू

"सीएम दिल्ली जाने के लिए आंतरिक ऊर्जा ले रहे हैं. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए लोगों का आशीष प्राप्त कर रहे हैं. हम सब उनके लिए दुआ कर रहे हैं कि वे राष्ट्रपति पद तक जाएं. सीएम नीतीश नालंदा के एक-एक बच्चे के प्रोत्साहन का केंद्र बनेंगे."- स्थानीय

नीतीश ने जताया लोगों का आभार: अपनी यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगों ने बहुत सम्मान दिया है. आप सभी को देख मेरा मन काफी प्रफ्फुलित हुआ है. आपसबों के प्रेम, स्नेह के कारण ही बिहार की सेवा करने का मौका मिला है. इसी तरह मिल-जुलकर आपस में प्रेम और भाईचारा बनाये रखें. प्रेम और भाईचारा रखेंगे तो बिहार बहुत आगे बढ़ेगा.

सीएम का निजी कार्यक्रम: बता दें कि सीएम की जनसंवाद कार्यक्रम विभागीय नहीं बल्कि निजी कार्यक्रम है. मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर पूरे गांव में उत्साह का माहौल देखने को मिला. नालंदा में सीएम नीतीश का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. सीएम नीतीश कुमार ने प्रखंडों में जा जाकर पुराने कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की. साथ ही आम लोगों से सीएम ने संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुना. नीतीश कुमार ने लोगों की समस्याओं का जल्द समाधान करे का आश्वासन भी दिया.

43 सीटों पर सिमटने के बावजूद नीतीश CM: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 71 की उम्र पार कर चुके हैं. वो छठी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं और पिछले 27 साल से भाजपा के साथ उनका गठबंधन है. विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही नीतीश कुमार गठबंधन और सरकार में सहज महसूस नहीं कर रहे हैं. 43 सीटों पर सिमटने के बावजूद बीजेपी ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी तो दे दी, लेकिन बीजेपी नेताओं के आक्रामक बयान से नीतीश कुमार असहज हैं. उत्तर प्रदेश चुनाव के नतीजों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुश्किलें और बढ़ा दी है. यूपी में जीत के बाद बीजेपी नेताओं का मनोबल सातवें आसमान पर है और पार्टी नेता अब समझौते के मूड में नहीं दिख रहे हैं.

BJP नेताओं के तेवर से असहज हैं नीतीश!: बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर नीतीश सरकार में बीजेपी कोटे के मंत्री तक, सरकार की नीतियों पर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं. शराबबंदी, भ्रष्टाचार और बेलगाम अपराध को लेकर नीतीश बीजेपी नेताओं के निशाने पर हैं. नीतीश और प्रशांत किशोर के बीच दिल्ली में मुलाकात हुई और फिर नीतीश कुमार को लेकर चर्चा जोर पकड़ने लगी कि नीतीश कुमार राष्ट्रपति पद के सशक्त दावेदार हैं, लेकिन राज्यों के चुनाव के नतीजों के बाद दावों की हवा निकल गई और बीजेपी का पलड़ा एक बार फिर से भारी हो गया. नीतीश कुमार को फिर से समझौते के मोड में आना पड़ा. जुलाई महीने में उपराष्ट्रपति के चुनाव होने हैं और उपराष्ट्रपति को लेकर भी नीतीश कुमार का नाम सुर्खियों में है.

पढ़ें: CM पद छोड़ नीतीश ने क्यों की राज्यसभा जाने की बात.. क्या BJP के दबाव में बदल रहा है मन?

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Last Updated : Apr 9, 2022, 5:58 PM IST
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