नालंदा: घाना देश में नौकरी के दौरान गैस की पाइप लीकेज होने से जान गंवाने वाले युवक का शव दो हफ्ते के बाद आखिरकार नालंदा (Nalanda) स्थित उसके पैतृक गांव लाया गया. लाश के घर पहुंचते ही एक बार फिर से माहौल गमगीन हो गया. कई दिनों से शव का इंतजार कर रहे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
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इसलामपुर थाना क्षेत्र के भटवाबाग गांव जैसे ही मृतक सुधीर का शव पहुंचा, लोगों की भीड़ जमा हो गई. महेंद्र यादव का बेटा सुधीर कुमार घाना देश के टेमा शहर में फ्रीमैंटल कंपनी में फोरमैन पद पर काम करता था. वह वहां अहमदाबाद की एक कंपनी के माध्यम से काम करने गया था.
मृतक सुधीर कुमार के परिजनों ने बताया कि सुधीर घाना देश में फ्रीमैंटल कंपनी में 26 सितंबर को भी काम कर रहा था. उसी दौरान कंपनी की गैस पाइप लिंकेज हो गई. जिसमें सुधीर कुमार के साथ कई लोगों की झुलसकर मौत हो गई.
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ग्रामीणों के मुताबिक लाश काफी जल चुकी है. स्थानीय रमाकांत सिंह ने बताया कि काफी प्रयास के बाद शव को लाया जा सका है. समाजसेवी की पहल पर विदेश राज्यमंत्री ने इसके लिए दूतावास को पत्र लिखा था. जिसके बाद रविवार की देर रात शव को पटना एयरपोर्ट लाया गया. औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सोमवार को शव को एंबुलेंस से इस्लामपुर थाना क्षेत्र के भटवाबाग गांव लाया गया.
बताया जाता है कि मृतक युवक का शव काफी प्रयास के बाद गांव लाया गया है. मृतक सुधीर कुमार घर का एक मात्र कमाऊ पुत्र था. रविवार की रात सुधीर कुमार का शव वायु मार्ग से पटना लाया गया. शव को लेने पटना पहुंचे परिजन सड़क मार्ग से शव लेकर सोमवार की सुबह घर पहुंचे. मृतक की पत्नी संजू देवी का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक का एक बेटा भी है.