नालंदा: बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Education Minister Chandrashekhar) ने शिक्षकों से अपील की है कि वह स्कूलों के पठन-पाठन पर संजीदगी दिखाएं ताकि बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके. नालंदा के इस्लामपुर में कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami in Nalanda) के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने आए मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें थोड़ा वक्त दें, शिक्षकों की सभी मांगों पर गंभीरता से विचार होगा.
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'शिक्षक कक्षा संचालन में विशेष ध्यान रखें': चंद्रशेखर ने कहा कि वह भी शिक्षक हैं और उनके पिता भी शिक्षक रहे हैं. लिहाजा वह शिक्षका की परेशानियों को भली-भांति समझते हैं. उन्होंने संघ से अपील की है कि बिहार में अध्ययन, अध्यापन कार्य और वर्ग संचालन का विशेष ध्यान रखें. उन्होंने बिहार में बच्चों के बेहतर भविष्य में सहयोग का आह्वान भी संघ से किया.
'ससमय वेतन भुगतान प्राथमिकता': शिक्षा मंत्री ने कहा कि ससमय वेतन भुगतान उनकी पहली प्राथमिकता है. लंबित बकाया वेतन और अन्य अन्तर वेतन की भी राशि आवंटित की जाएगी. समान काम समान वेतन और पुरानी पेंशन योजना की मांग को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के सामने रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि 33 साल बाद किसी शिक्षक को इस पद पर आने की मौका मिला है. ऐसे में वह संघ को आश्वस्त करना चाहते हैं कि सभी लोग अपने लाभ और अन्य बहानों को छोड़कर बच्चों को बेहतर तरीके से पढ़ाने पर ध्यान दें, बाकी चीजें सरकार पर छोड़ दें.
"बिहार में 90% प्राथमिक विद्यालय, और 90% उच्च शिक्षा संस्थान में 25 से 30% भी वर्ग का संचालन सही से नहीं हो रहा है, जो चिंता का विषय है. 33 साल बाद किसी शिक्षक को इस पद पर आने की मौका मिला है. सभी वर्ग को समुचित तरीके से संचालन करें ताकि बिहार के बच्चों का भविष्य उज्जवल बन सके. शिक्षक वर्ग का संचालन ठीक से करें तो हम उनकी मांगों और समस्याओं को दूर करने की काम करेंगे"- चंद्रशेखर, शिक्षा मंत्री, बिहार
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