नालंदा: बिहार के नालंदा में शहीदों का अपमान करने का मामला प्रकाश में आया है. जिससे ये साफ नजर आ रहा है कि अपराध का ग्राफ चरम पर है. अब अपराधी शहीदों को भी नहीं बख्श रहे हैं. जिले के बिहारशरीफ स्थित शहीद स्मारक कारगिल पार्क को कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों की याद में बनाया गया था. लेकिन बीती रात इस शहीद स्मारक को नुकसान पहुंचाया गया है. घटना से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है. वहीं भाजपा की तरफ से इसका विरोध किया गया है.
पार्क में तोड़-फोड़: यहां असमाजिक तत्वों के द्वारा पार्क में लगे पेड़-पौधों को काट कर बर्बाद कर दिया गया और तोड़-फोड़ भी की गई. जिससे पूरा पार्क तहस नहस हो गया. घटना की जानकारी मिलने के बाद बिहारशरीफ के एसडीओ अभिषेक पलासिया, सदर डीएसपी नुरुल हक के साथ दीपनगर और लहेरी थाना के थानाध्यक्ष पहुंचे और घटना की जांच कर रहे हैं. वहीं प्रशासन की तरफ से स्थल की मरम्मती भी कराई गई.
"किसी शरारती तत्व द्वारा कारगिल पार्क में घुसकर नुकसान किया गया है. मामले की जांच की जा रही है और आस पास के सीसीटीवी कैमरा को खंगाला जा रहा है."- अभिषेक पलासिया, एसडीओ
पार्क से 100 मीटर की दूरी पर थाना: इस घटना से सवाल यह उठता है कि बीच चौराहा पर स्थित कारगिल पार्क में इतना बड़ा नुकसान हुआ और पुलिस को भनक तक नहीं लगी, जबकि 100 मीटर की दूरी पर ही दीपनगर थाना है. बावजूद पुलिस को जानकारी नहीं मिली. इस घटना से आस पास के लोगों में काफी नाराजगी देखी जा रही है. पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं. बहरहाल देखना होगा कि इस घटना को अंजाम देने वाले को पुलिस कब तक गिरफ्तार करती है.
भाजपा का विरोध प्रदर्शन: इस मामले को लेकर भाजपा ने प्रशासन पर लीपापोती का आरोप लगाते हुए कारगिल पार्क के गेट के सामने विरोध प्रदर्शन कर सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. भाजपा नेताओं ने कहा कि वीर सपूतों के स्थल को रात को नुकसान पहुंचाया गया. ये वन विभाग और प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है.
"अब बिहार में कोई भी सुरक्षित नहीं है, न जाने किसके साथ कहां, किस तरह की आपराधिक घटना घट जाए. बिहार में अपराधियों का मनोबल इतना अधिक बढ़ा हुआ है कि उन्हें पुलिस प्रसाशन का कोई भय नहीं. चोरी, डकैती, लूटपाट, छिनतई, हत्या एवं अपहरण की घटनाएं बहुत ही तेजी से बढ़ती जा रही है. बिहार की जनता को 90 के दशक का जंगलराज का अहसास फिर से होने लगा है."- भाजपा नेता
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