मुजफ्फरपुर: बिहार में टेंडर माफिया से प्रसिद्ध कुख्यात शम्भू-मंटू गिरोह का सरगना मंटू शर्मा को मुजफ्फरपुर की विशेष पुलिस टीम ने मुंबई से दबोचा (Police Arrested Criminal Mantu Sharma) लिया. उसे गिरफ्तार कर हवाई जहाज से पटना लाया गया. उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए मुजफ्फरपुर एसएसपी जयंतकांत (Muzaffarpur SSP Jayantkant) ने बताया कि बीते दिनों मिठनपुरा थाना क्षेत्र में एक जमीन कारोबारी से व्हाट्सएप कॉल के जरिए 50 लाख की रंगदारी मांगी गई थी.
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प्रॉपर्टी डीलर ने कराया था मामला दर्ज: एसएसपी ने आगे बताया कि पीड़ित प्रॉपर्टी डीलर ने कुख्यात मंटू शर्मा समेत उनके गुर्गों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. जिसके बाद पुलिस की टीम ने जांच पड़ताल के दौरान यह उपलब्धि हासिल की है. उन्होंने कहा कि प्रदुमन शर्मा उर्फ मंटू शर्मा पर करीब दर्जनभर से अधिक मामले दर्ज हैं. जिसमें हत्या, लूट और रंगदारी जैसे कई संगीन मामले शामिल हैं. सभी मामले में मुजफ्फरपुर और पटना के विभिन्न थानों में दर्ज है.
मंटू की गिरफ्तारी के खुलेंगे बड़े राज! : मंटू शर्मा को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था. लेकिन बेल पर जेल से रिहा होने के बाद मुंबई फरार हो गया. उसके बाद वह मुंबई में ही बैठकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता था. काफी दिनों से पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी. इसी बीच उसने प्रॉपर्टी डीलर में वाट्सअप कॉल के जरिये रंगदारी की मांग की. पुलिस ने मामले की छानबीन की, तो पता चला वह मुंबई में बैठा है. उसे गिरफ्तार करने विशेष टीम को भेजा गया.
टीम ने सफलतापूर्वक मंटू शर्मा को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल उसकी गिरफ्तारी प्रॉपर्टी डीलर से रंगदारी मांगने मामले में हुई है. लेकिन पुलिस गिरोह की पूरी जानकारी एकत्रित कर रही है. पुलिस की माने तो मंटू शर्मा से पूछताछ में कई सुराग हाथ लगे हैं. जिस पर पुलिस की टीम काम कर रही है. मंटू शर्मा का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है.
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पूर्व मेयर हत्याकांड में गिरोह शामिल: मेयर समीर कुमार की हत्या 23 सितंबर 2018 को बाइक सवार अपराधियों ने एके-47 से कर दी थी. पूर्व मेयर के साथ उनके चालक रोहित कुमार की भी मौत घटनास्थल पर गोली लगने से हो गई थी. पूर्व मेयर घटना के वक्त अखाड़ाघाट स्थित अपने होटल से गोला बांध रोड, चंदवारा आजाद रोड होते हुए मिठनपुरा जा रहे थे. इस क्रम में बनारस बैंक चौक स्थित आजाद रोड चंदवारा में हत्या कर दी गई. इस मामले में शंभू-मंटू गिरोह की भूमिका मानी गई थी.
'मिठनपुरा थाना क्षेत्र में एक जमीन कारोबारी से व्हाट्सएप कॉल के जरिए 50 लाख की रंगदारी मांगी गई थी. यह रंगदारी मंटू शर्मा उर्फ प्रदुमन शर्मा के नाम मांगी गयी थी. पीड़ित ने थाने में मामला दर्ज कराया था. जिसके बाद एक टीम गठित किया गया. टीम ने सफलतापूर्वक उसे मुंबई से गिरफ्तार कर ले आयी है. फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में है" -जयंतकांत, एसएसपी, मुजफ्फरपुर
सहयोगी शंभू सिंह लड़ चुका है चुनाव: शंभू सिंह ने बाद के दिनों में आरजेडी के टिकट पर जेडीयू के कद्दावर नेता दिनेश सिंह के खिलाफ एमएलसी का चुनाव भी लड़ा था. मंटू शर्मा उसी शंभू सिंह का सहयोगी है. मंटू शर्मा मूल रूप से छपरा जिला के परसा थाना के बहलोलपुर गांव का रहने वाला है. लेकिन, मुजफ्फरपुर के अलावा बिहार के कई शहर, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में अचल संपत्ति अर्जित किये हुए है. मंटू शर्मा की गिरफ्तारी पुलिस एक बड़ी उपलब्धी के तौर पर मान रही है.