मुजफ्फरपुर: जिले के कांटी कोठिया गांव में मौजूद डैम परिसर में बेहद नीचे लटके हाईटेंशन ओवरहेड तार की चपेट में आने से तीन बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए. जिनमें दो बच्चों की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है. एक बच्चे की नाजुक हालत को देखते हुए उसे एसकेएमसीएच से पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया है. करंंट से बुरी तरह झुलसे बच्चों में 15 वर्षीय राहुल कुमार, 10 वर्षीय विशाल और 12 वर्षीय चंदन कुमार शामिल है.
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एनटीपीसी की लापरवाही
इस हादसे के बाद ईटीवी भारत की टीम ने भी घटनास्थल का जायजा लिया. जहां पर इस पूरे प्रकरण में एनटीपीसी की लापरवाही साफ नजर आई. इस डैम के पास से गुजर रही हाईटेंशन ओवरहेड तार बिल्कुल नीचे लटके हुए हैं.
करंट से झुलसे तीन बच्चे
यही वजह है कि डैम के पास तीन बच्चे बगैर तार से सटे ही इसकी चपेट में आ गए. जिसमें दो बच्चों को किसी तरह ग्रामीणों ने बांस और रस्सी के सहारे बचा लिया, जबकि एक बच्चा करंट की चपेट में आधे घंटे तक फंसा रहा. जो वीडियो में भी साफ नजर आ रहा है.
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एनटीपीसी के खिलाफ ग्रामीणों में गुस्सा
वहीं, इस मामले में एनटीपीसी के उदासीन और अमानवीय रुख से ग्रामीण बहुत ही आक्रोशित हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में ग्रामीणों ने कहा कि एनटीपीसी का प्लांट उनके लिए बर्बादी का सबब बन गया गया है, जहां पहले उनसे उनकी जमीन ले ली गई और अब जान भी जा रही है.