मुजफ्फरपुर: जिले से रिश्ते को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है. शिक्षक बेटे ने कोरोना संक्रमित पिता को सड़क पर मरने के लिए छोड़कर भाग गया है. किसी तरह से स्थानीय लोगों की मदद से बीमार बुजुर्ग को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी मौत हो गई है.
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बहाना बनाकर भागा बेटा
बताया जाता है कि जिले के दमुचक इलाके में रहने वाले अर्जुन ओझा दो दिन पहले ही कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे. स्थानीय लोगों ने इलाज कराने के लिए उनके बेटों पर दबाव बनाया तो, उनके शिक्षक बेटे ने एंबुलेंस मंगाकर उन्हें जिला हॉस्पिटल भेज दिया. अर्जुन के साथ एंबुलेंस में उनकी पत्नी भी मौजूद थीं. बेटे-बहू ने भी साथ आने का वादा तो किया. लेकिन रास्ते से ही बहाना बनाकर माता-पिता को अकेले छोड़कर भाग गए.
इसके बाद एंबुलेंस ड्राइवर ने भी मरीज को सड़क पर उतार दिया और भाग गया. हालांकि, साथ में मौजूद पत्नी चिल्लाती रही और मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन मदद के लिए कोई नहीं आया.
सोशल मीडिया पर वायरल
इस बीच किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वायरल वीडियो की जानकारी मुजफ्फरपुर डीएम तक पहुंची. इसके बाद जिलाधिकारी के आदेश के बाद अर्जुन ओझा को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां से उसे एसकेएमसीएच (श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) रेफर कर दिया गया. लेकिन स्थानीय लोगों की माने तो यहां, कागजी प्रक्रिया में देरी होने की वजह से अर्जुन ने एसकेएमसीएच पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया.
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''दो बेटे हैं. एक सरकारी स्कूल टीचर है. हावड़ा में भी उनका एक मकान है. मेरे पति अर्जुन ओझा चल-फिर नहीं सकते थे. उनकी दो दिन पहले ही कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इसलिए इलाज के लिए घर से मुजफ्फरपुर लाए थे.'' - अर्जुन ओझा की पत्नी