मुजफ्फरपुरः प्रेमिका के भाइयों ने सौरभ को बेरहमी से पीटा (Brutally Beaten). सौरभ का गुनाह इतना था कि वो प्यार करता था. यही बात प्रेमिका के भाइयों को नागवार गुजरी. प्लान करके उन्होंने सौरभ को फोन करके घर बुलाया. जैसे ही सौरभ वहां पहुंचा सभी टूट पड़े.
सौरभ जैसे ही अपनी प्रेमिका के यहां पहुंचा कि उसके भाइयों ने उसपर हमला कर दिया. कमरे में बंदकर तब पीटते रहे थे, जब महज सांसों की कुछ गिनती ही शेष रह गई थी. इतना ही नहीं क्रूरता की हदों को पार करते हुए उसके गुप्तांग काट लिए. फिर कहीं मौत न हो जाए, इस डर से उसे अस्पताल में भर्ती कराकर फरार हो गए. इधर, अस्पताल में अंतिम सांसे गिन रहा सौरभ इस दुनिया को अलविदा कह दिया.
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जुर्म की यह कहानी मुजफ्फरपुर जिले के कांटी थाना क्षेत्र के रामपुरशाह इलाके की है. परिजनों की चीत्कार गांव में गूंज रही थी. हर कोई जुर्म की इस वारदात की कड़ी निंदा कर रहा था. आक्रोशित परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव को सीधे वहां ले आ गए, जहां उसकी निर्मम पिटाई हुई थी. यानि उसकी प्रेमिका के घर के बाहर. चिता सजाई और वहीं पर कर दिया सौरभ का अंतिम संस्कार. उस वक्त कहें तो पूरा गांव वहां मौजूद था. न केवल ग्रामीण बल्कि पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद रहे.
मृतक सौरभ के चाचा ने नम आंखों से बताया कि एक ही तो था मेरा बेटा, जिससे काफी उम्मीदें थीं. उम्र भी महज 22 साल की थी. उड़ीसा में एक निजी कंपनी में काम कर कमाई करने लगा था. घर की रोजी-रोटी का आश्रय था वो. इसी महीने के एक जुलाई को अपनी बहन की शादी में घर आया था.
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लेकिन रात में इस हादसे के बारे में सुनकर उनके होश उड़ गए. वे भागे-भागे अस्पताल पहुंचे. लेकिन वहां सौरभ ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. आंखों में छलकते आंसू और सवाल कि इस जुर्म के बाद उस दर्द (लाश) को कहां ले जाएं, जिसे सहन करना बर्दाश्त के बाहर था. रास्ता न सूझा तो वहीं (हत्या के आरोपी के घर के दरवाजे पर) अंतिम संस्कार कर दिया. अगर गलत किए हैं तो सजा दी जाए नहीं तो इंसाफ.