मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में ऑपरेशन के नाम पर एक महिला सुनिता की दोनों किडनी निकालने (Both Kidney Of Woman Removed In Muzaffarpur) का मामला समाने आया था. इस कांड का मुख्य आरोपी नर्सिंग होम संचालक पवन सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वह कई महीनों से फरार चल रहा था. उसके वापस घर लौटते ही पुलिस ने रेड मारकर दबोच लिया. उसकी गिरफ्तारी बरियारपुर से हुई है. वह दिल्ली में अपने दोस्त के घर पर छुपा हुआ था.
दिल्ली में दोस्त के घर छुपा था आरोपी: जानकारी के मुताबिक सकरा थानेदार सरोज कुमार के नेतृत्व में बरियारपुर ओपी प्रभारी राजेश कुमार की टीम ने आरोपी पवन सिंह के घर पर रेड मारकर उसे गिरफ्तार किया. इसके बाद आरोपी को पूछताछ के लिए मुजफ्फरपुर लाया गया. यहां DSP पूर्वी मनोज पांडेय ने उससे पूछताछ की. आरोपी ने पूछताछ के क्रम में बताया कि वह घटना के बाद एक सप्ताह तक वह इधर-उधर छुपकर रहा. लेकिन मामला जब बढ़ने लगा तो वह दिल्ली चला गया.
भूटाने भगाने के फिराक में था आरोपी: आरोपी ने बताया कि वह दिल्ली में अपने दोस्त के घर छिपा हुआ था. वहां से भूटान जाने की योजना था. इसी दौरान उसने सोचा की एक बार घर पर जाकर सब से मिल आए. ऐसे में वह दिल्ली से घर लौट आया. लेकिन पुलिस को इसकी भनक लग गयी और आरोपी के घर पर रेड मारकर गिरफ्तार कर लिया गया.
तबीयत बिगड़ते ही आरोपी दिल्ली भागा: सुनीता के ऑपरेशन के दिन डॉ. आरके सिंह, उसका असिस्टेंट पवन और एक स्टाफ था. जिसका नाम वह नहीं जानता. जबकि पातेपुर का जितेंद्र उस दिन नहीं आया था. पवन ने बताया की जिस समय ऑपरेशन हो रहा था, उसी समय वह कुछ देर के लिए अपने बच्चे को लेने स्कूल से गया था. जब आया तब तक ऑपेरशन हो चुका था. उसने DSP पूर्वी को बताया की मरीज की तबीयत जब बिगड़ने लगी तो वह खुद लेकर उसे PMCH गया था. लेकिन जब उसे पता लगा की उसकी दोनों किडनी निकल चुकी है तो वह चुपके से वहां से निकल गया. इसके बाद दिल्ली भाग गया था.
"मानव अंग तस्करी की बात सामने नहीं आई है. ये इनकी लापरवाही का नतीजा प्रतीत होता है. वैसे अभी पूछताछ जारी है. गिफ्तार आरोपी रवि को रिमांड पर लेकर भी पूछताछ की जाएगी. संभावना है की कुछ और नए खुलासे हो सकते हैं. ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर की गिरफ्तारी के बाद और भी सच्चाई सामने आएगी" - मनोज पांडेय, डीएसपी पूर्वी, मुजफ्फरपुर
ऑपरेशन करने वाला डॉक्टर फरार: DSP पूर्वी मनोज पांडेय ने बताया की पुलिस ने सभी आरोपियों के विषय में जांच की. इसमें जितेंद्र की संलिप्तता नहीं आई है. उसका मोबाइल लोकेशन भी उस दिन घटनास्थल का नहीं था. वहीं डॉ.आरके सिंह कच्ची पक्की का रहने वाला है. लेकिन, उसका कोई सुराग नहीं मिला है. पवन को जेल भेजने के बाद रिमांड पर लिया जाएगा. इसके साथ ही मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है.
महिला की दोनों किडनी निकाली: मुजफ्फरपुर के बरियारपुर बाजी गांव में युटेरस का ऑपरेशन कराने गई सुनीता की प्राइवेट हॉस्पिटल में दोनों किडनी निकाल ली गई थी. सुनीता मुजफ्फरपुर के शुभ कांत क्लीनिक में पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंची थी जहां डॉक्टरों ने कहा कि उसका यूट्रस खराब हो गया है और ऑपरेशन करना है. परिवार वालों ने उसे भर्ती करा दिया.
ऑपरेशन के बाद महिला की तबीयत और अधिक बिगड़ गई. ऐसे में परिजन जब महिला को पीएमसीएच लेकर पहुंचे तो जांच में पता चला कि उसकी एक भी किडनी नहीं है. इसके बाद परिजनों ने सुनीता को मुजफ्फरपुर में ले जाकर एसकेएमसीएच में एडमिट कराया, फिर एसकेएमसीएच से बेहतर इलाज के लिए उसे आईजीआईएमएस में रेफर कर दिया गया था. सुनीता कुछ समय आईजीआईएमएस में डायलिसिस पर रही अब उसे दोबारा एसकेएमसीएच भेज दिया गया.