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ऑक्सीजन प्लांट तो बने लेकिन शुरू नहीं हुआ उत्पादन, तीसरी लहर से कैसे निपटेगा SKMCH? - etv news in hindi

देश के साथ ही बिहार में भी कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर स्वास्थ्य विभाग मुकम्मल तैयारी करने में जुटा है. लेकिन मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच (Oxygen Plants Of SKMCH In Muzaffarpur) में तकनीकी खामियों की वजह से ऑक्सीजन प्लांट का संचालन अबतक नहीं हो सका है. पढ़ें पूरी खबर..

Oxygen Plants Of SKMCH In Muzaffarpur
Oxygen Plants Of SKMCH In Muzaffarpur
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Published : Dec 10, 2021, 12:48 PM IST

Updated : Dec 10, 2021, 6:57 PM IST

मुजफ्फरपुर: बिहार में कोरोना (Corona In Bihar) की तीसरी लहर और नए वेरिएंट को लेकर प्रशासनिक सतर्कता बरती जा रही है. कोविड-19 की तीसरी लहर को लेकर सरकार पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध होने का दावा कर रही है. जिसे लेकर जल्द से जल्द अस्पतालों में बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant Closed Due To License) को चालू किया जा रहा है. लेकिन एसकेएमसीएच में लाइसेंस और तकनीकी कर्मचारियों की कमी के कारण दो ऑक्सीजन प्लांट अब भी बंद है.

यह भी पढ़ें- मसौढ़ी अनुमंडल अस्पताल के ऑक्सीजन गैस प्लांट की सप्लाई शुरू, मरीजों को होगी आसानी

देश के कई राज्यों में ओमीक्रोन का मामला सामने आने के बाद बिहार के सभी जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है. तीसरी लहर की आशंका भी जताई जा रही है. वहीं एसकेएमसीएच के दो आक्सीजन प्लांट अब तक चालू नहीं हो सके हैं. इसी तरह सदर अस्पताल में भी एक प्लांट तकनीकी कमी से अभी शुरू नहीं हो पाया है.

एसकेएमसीएच के ऑक्सीजन प्लांट अब भी बंद

यह भी पढ़ें- बिना ऑपरेटर की नियुक्ति के अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन, 1000 लीटर है क्षमता

एसकेएमसीएच में आक्सीजन प्लांट के लिए कोलकाता की कंपनी लिंडे ने 20 केएल क्षमता की एक टंकी उपलब्ध कराई है. दूसरी टंकी उपलब्ध कराने की कवायद चल रही है. प्लांट को चालू करने के लिए नागपुर स्थित पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव सेफ्टी आर्गेनाइजेशन (पेसो) से लाइसेंस देने की प्रक्रिया चल रही है.

लाइसेंस में विलंब के कारण प्लांट चालू नहीं हो पा रहा है. जानकारी के अनुसार, कोरोना की पहली लहर में पताही एयरपोर्ट पर बनाए गए अस्पताल को समेटने के बाद डीआरडीओ ने आक्सीजन प्लांट के लिए जरूरी सभी उपकरण एसकेएमसीएच को दे दिया था. इसके बाद बीएमआईसीएल ने एसकेएमसीएच परिसर में पाइप लाइन बिछा दी है. इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार है. डीआरडीओ से मिली 10 केएल क्षमता की एक टंकी पीकू अस्पताल के पीछे लगाई जा चुकी है.

यह भी पढ़ें : मसौढ़ी के आदर्श पंचायत भैसवां का हाल देखिये, नारकीय जीवन जीने को विवश ग्रामीण

इसी टंकी के बगल में लिंडे से मिलने वाली 20 केएल क्षमता की टंकी लगाई गई है. एसकेएमसीएच के प्रबंधक संजय कुमार साह ने बताया कि, पीकू वार्ड, जनरल वार्ड, पुराने अस्पताल के वार्ड और एमसीएच वाड्र्स तक करीब 500 मीटर पाइप लाइन से नाइट्रोजन गैस फ्लो कर जांच पूरी कर ली गई है. दूसरी टंकी आते ही उसे इंस्टाल कर उत्पादन शुरू हो जाएगा.

यह भी पढ़ें : मसौढ़ी अनुमंडल अस्पताल में सुविधाओं का है घोर अभाव, कर्मचारियों की भी कमी

"तकनीकी कारण से थोड़ा विलंब हो रहा है. अभी जिले में कोरोना के मरीज नहीं है. इसके बावजूद वार्ड और अन्य सुविधा जिले में है. अतिरिक्त आक्सीजन के लिए प्लांट लग चुका है. लाइसेंस मिलते ही वह भी शुरू कर दिया जाएगा. तीसरी लहर आई भी तो, आक्सीजन की कमी जिले में नहीं होगी."- प्रणव कुमार, डीएम, मुजफ्फरपुर

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मुजफ्फरपुर: बिहार में कोरोना (Corona In Bihar) की तीसरी लहर और नए वेरिएंट को लेकर प्रशासनिक सतर्कता बरती जा रही है. कोविड-19 की तीसरी लहर को लेकर सरकार पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध होने का दावा कर रही है. जिसे लेकर जल्द से जल्द अस्पतालों में बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant Closed Due To License) को चालू किया जा रहा है. लेकिन एसकेएमसीएच में लाइसेंस और तकनीकी कर्मचारियों की कमी के कारण दो ऑक्सीजन प्लांट अब भी बंद है.

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देश के कई राज्यों में ओमीक्रोन का मामला सामने आने के बाद बिहार के सभी जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है. तीसरी लहर की आशंका भी जताई जा रही है. वहीं एसकेएमसीएच के दो आक्सीजन प्लांट अब तक चालू नहीं हो सके हैं. इसी तरह सदर अस्पताल में भी एक प्लांट तकनीकी कमी से अभी शुरू नहीं हो पाया है.

एसकेएमसीएच के ऑक्सीजन प्लांट अब भी बंद

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एसकेएमसीएच में आक्सीजन प्लांट के लिए कोलकाता की कंपनी लिंडे ने 20 केएल क्षमता की एक टंकी उपलब्ध कराई है. दूसरी टंकी उपलब्ध कराने की कवायद चल रही है. प्लांट को चालू करने के लिए नागपुर स्थित पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव सेफ्टी आर्गेनाइजेशन (पेसो) से लाइसेंस देने की प्रक्रिया चल रही है.

लाइसेंस में विलंब के कारण प्लांट चालू नहीं हो पा रहा है. जानकारी के अनुसार, कोरोना की पहली लहर में पताही एयरपोर्ट पर बनाए गए अस्पताल को समेटने के बाद डीआरडीओ ने आक्सीजन प्लांट के लिए जरूरी सभी उपकरण एसकेएमसीएच को दे दिया था. इसके बाद बीएमआईसीएल ने एसकेएमसीएच परिसर में पाइप लाइन बिछा दी है. इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार है. डीआरडीओ से मिली 10 केएल क्षमता की एक टंकी पीकू अस्पताल के पीछे लगाई जा चुकी है.

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इसी टंकी के बगल में लिंडे से मिलने वाली 20 केएल क्षमता की टंकी लगाई गई है. एसकेएमसीएच के प्रबंधक संजय कुमार साह ने बताया कि, पीकू वार्ड, जनरल वार्ड, पुराने अस्पताल के वार्ड और एमसीएच वाड्र्स तक करीब 500 मीटर पाइप लाइन से नाइट्रोजन गैस फ्लो कर जांच पूरी कर ली गई है. दूसरी टंकी आते ही उसे इंस्टाल कर उत्पादन शुरू हो जाएगा.

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"तकनीकी कारण से थोड़ा विलंब हो रहा है. अभी जिले में कोरोना के मरीज नहीं है. इसके बावजूद वार्ड और अन्य सुविधा जिले में है. अतिरिक्त आक्सीजन के लिए प्लांट लग चुका है. लाइसेंस मिलते ही वह भी शुरू कर दिया जाएगा. तीसरी लहर आई भी तो, आक्सीजन की कमी जिले में नहीं होगी."- प्रणव कुमार, डीएम, मुजफ्फरपुर

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Last Updated : Dec 10, 2021, 6:57 PM IST
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