ETV Bharat / state

बिहार में एईएस से इस साल पहली मौत, अब तक 41 मरीज हुए ठीक

बिहार में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम यानी एईएस से इस साल पहली मौत हुई है. कांटी प्रखंड की रहने वाली तीन साल की बच्ची की मौत बुधवार को श्रीकृष्ण मेमोरियाल अस्पताल में हो गई हैं. इसकी पुष्टि भी कर दी गई है. पढ़ें पूरी खबर-

बिहार में एईएस से इस साल पहली मौत
(फाइल फोटो) बिहार में एईएस से इस साल पहली मौत
author img

By

Published : Jun 3, 2022, 7:44 PM IST

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के इलाकों में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (Acute Encephalitis Syndrome) से बच्चे बीमार हो रहे हैं. इस बीच एईएस से मुजफ्फरपुर जिले के कांटी प्रखंड की तीन वर्षीय एक बच्ची शिवानी कुमारी की मौत बुधवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल अस्पताल (एसकेएमसीएच) में हो गई. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इस साल बिहार में एईएस से यह तीसरी मौत है. मुजफ्फरपुर जिले में एईएस से इस साल यह पहली मौत बताई जा रही है.

ये भी पढ़ें- मुजफ्फरपुर: शरीर पर नहीं थे कपड़े, बेहोशी में कराह रही थी नाबालिग लड़की, दुष्कर्म की आशंका

मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉ. उमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि शिवानी को 31 मई को भर्ती किया गया था. बुधवार को इलाज के दौरान हालत बिगड़ने पर उसकी मौत हो गई. बच्ची में एईएस का कारण हाइपोग्लाइसीमिया बताया गया है.

एईएस से बिहार में पहली मौत: मुजफ्फरपुर में इस साल एईएस पीड़ित बच्चे की यह पहली मौत है. इससे पहले एसकेएसमीएच में दो और बच्चों की जान इस बीमारी से जा चुकी है. इनमें से एक सीतामढ़ी और दूसरा वैशाली जिले के रहने वाला था. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल अब तक एईएस के 45 मामले आए हैं, जिनमे से 41 मरीजों के ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई.

मुजफ्फरपुर जिले में एईएस के 29 मरीज मिले हैं. सबसे ज्यादा पीड़ित कुढ़नी और कांटी से मिले हैं. इन दोनों प्रखंडों में चार-चार मामले सामने आए हैं. इधर, एईएस से बच्ची की मौत के बाद सिविल सर्जन डॉ. उमेश चंद्र शर्मा बच्ची के घर पहुंचे और उसके परिजन से मुलाकात की. उन्होंने लोगों से एहतियात बरतने की अपील की. बता दें कि गर्मी शुरू होने के साथ ही मुजफ्फरपुर तथा इसके आसपास के इलाकों में एईएस का प्रकोप देखा जाता है. यह बीमारी अधिकांश बच्चो में होती है. इस साल अब तक हालांकि मरीजों की संख्या कम देखी गई.

क्या है एईएस? बता दें कि सेफेलाइटिस सिंड्रोम को आम भाषा में दिमागी बुखार कहा जाता है. इसकी वजह वायरस को माना जाता है. इस वायरस का नाम इंसेफेलाइटिस वायरस है. इस बीमारी के चलते शरीर में दूसरे कई संक्रमण हो जाते हैं. एईएस होने पर तेज बुखार के साथ मस्तिष्क में सूजन आ जाती है. इसके चलते शरीर का तंत्रिका तंत्र निष्क्रिय हो जाता है और रोगी की मौत तक हो जाती है.

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के इलाकों में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (Acute Encephalitis Syndrome) से बच्चे बीमार हो रहे हैं. इस बीच एईएस से मुजफ्फरपुर जिले के कांटी प्रखंड की तीन वर्षीय एक बच्ची शिवानी कुमारी की मौत बुधवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल अस्पताल (एसकेएमसीएच) में हो गई. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इस साल बिहार में एईएस से यह तीसरी मौत है. मुजफ्फरपुर जिले में एईएस से इस साल यह पहली मौत बताई जा रही है.

ये भी पढ़ें- मुजफ्फरपुर: शरीर पर नहीं थे कपड़े, बेहोशी में कराह रही थी नाबालिग लड़की, दुष्कर्म की आशंका

मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉ. उमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि शिवानी को 31 मई को भर्ती किया गया था. बुधवार को इलाज के दौरान हालत बिगड़ने पर उसकी मौत हो गई. बच्ची में एईएस का कारण हाइपोग्लाइसीमिया बताया गया है.

एईएस से बिहार में पहली मौत: मुजफ्फरपुर में इस साल एईएस पीड़ित बच्चे की यह पहली मौत है. इससे पहले एसकेएसमीएच में दो और बच्चों की जान इस बीमारी से जा चुकी है. इनमें से एक सीतामढ़ी और दूसरा वैशाली जिले के रहने वाला था. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल अब तक एईएस के 45 मामले आए हैं, जिनमे से 41 मरीजों के ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई.

मुजफ्फरपुर जिले में एईएस के 29 मरीज मिले हैं. सबसे ज्यादा पीड़ित कुढ़नी और कांटी से मिले हैं. इन दोनों प्रखंडों में चार-चार मामले सामने आए हैं. इधर, एईएस से बच्ची की मौत के बाद सिविल सर्जन डॉ. उमेश चंद्र शर्मा बच्ची के घर पहुंचे और उसके परिजन से मुलाकात की. उन्होंने लोगों से एहतियात बरतने की अपील की. बता दें कि गर्मी शुरू होने के साथ ही मुजफ्फरपुर तथा इसके आसपास के इलाकों में एईएस का प्रकोप देखा जाता है. यह बीमारी अधिकांश बच्चो में होती है. इस साल अब तक हालांकि मरीजों की संख्या कम देखी गई.

क्या है एईएस? बता दें कि सेफेलाइटिस सिंड्रोम को आम भाषा में दिमागी बुखार कहा जाता है. इसकी वजह वायरस को माना जाता है. इस वायरस का नाम इंसेफेलाइटिस वायरस है. इस बीमारी के चलते शरीर में दूसरे कई संक्रमण हो जाते हैं. एईएस होने पर तेज बुखार के साथ मस्तिष्क में सूजन आ जाती है. इसके चलते शरीर का तंत्रिका तंत्र निष्क्रिय हो जाता है और रोगी की मौत तक हो जाती है.

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.