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मुजफ्फरपुर जेल में बंद कुख्यात कुन्दन सिंह के सम्पर्क में थे कई सफेदपोश, रात में होती थी बात

मुजफ्फरपुर जेल में बीते महीने छापेमारी की गई थी. जिसमें जेल में बंद कुख्यात शातिर कुन्दन सिंह (Notorious vicious Kundan Singh lodged in jail) के पास से मोबाइल फोन बरामद हुआ था. फोन के सीडीआर से चौकाने वाले खुलासे हुए हैं. जिसको लेकर पुलिस की टीम जांच कर रही है. पढ़ें पूरी खबर..

कुख्यात सजायाफ्ता कुंदन सिंह
कुख्यात सजायाफ्ता कुंदन सिंह
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Published : Jul 27, 2022, 8:42 PM IST

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा (Shaheed Khudiram Bose Central Jail In Muzaffarpur) में बंद कुख्यात सजायाफ्ता बंदी कुंदन सिंह कई सफेदपोश से मोबाइल पर संपर्क में था. दरभंगा, समस्तीपुर और वैशाली के पांच विधायकों को भी कॉल कर वह बात करता था. उसके पास से जेल में बीते 14 जून को मिले मोबाइल के कॉल डिटेल से सारी जानकारी सामने आयी है. इसका खुलासा मुजफ्फरपुर एसएसपी जयंतकांत (Muzaffarpur SSP Jayant Kant) ने किया है.

ये भी पढ़ें-बिहार के कुख्यात अपराधी अमित सिंह की देवघर कोर्ट में गोली मारकर हत्या

"जेल में बंद अपराधी कुंदन सिंह के पास से मिले मोबाइल में लगा सिम एक महिला के फर्जी नाम-पते पर लिया गया था. उसके मोबाइल की एक माह की सीडीआर ली गई है. जिसमें दर्जनों मोबाइल नंबर हैं. जिस पर रात में बातचीत के ब्योरे हैं. उसके मोबाइल में भी सफेदपोशों के नंबर सेव थे. जिस पर वह कॉल कर बात करता था. उसके सभी कॉल और सेव नंबरों की पड़ताल की जा रही है."- जयंतकांत, एसएसपी, मुजफ्फरपुर

जेल में बंद कुख्यात के पास से फोन बरामद: जानकारी के अनुसार अक्सर रात में आठ बजे से लेकर नौ बजे के बीच उसका मोबाइल ऑन होता था. इसके बाद वह देर रात तक लगातार कॉल पर बिजी रहता था. रात भर में वह करीब 50 से अधिक लोगों को कॉल करता था, जिसमें कई सफेदपोश भी होते थे. सजायाफ्ता कुंदन सिंह के पास से मोबाइल मिलने के बाद जेल अधीक्षक बृजेश कुमार और सहायक जेल अधीक्षक पंकज कुमार की हत्या की साजिश रचने की जानकारी सामने आई थी. इसकी जानकारी मिलने के बाद जिला पुलिस की ओर से जेल के दोनों अधिकारियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.

जेल अधिकारियों की हत्या की रची गई थी साजिश: पुलिस के अनुसार जेल अधिकारियों की हत्या को लेकर समस्तीपुर के दो शूटर मुजफ्फरपुर पहुंच गये थे. सीडीआर के अनुसार कुंदन के नंबर पर कॉल नहीं आती थी बल्कि जेल से कुंदन ही अलग-अलग नंबरों पर कॉल करता था. कुछ नंबर ऐसे हैं जिस पर हर दिन बात का ब्योरा मिला है. वरीय पुलिस अधिकारी अब उसके कॉल डिटेल के मोबाइल नंबरों से उन संदिग्धों को चिह्नित करने की कोशिश में है, जिसके संबंध में कुंदन का शूटर होने का संदेह है.

14 जून को जेल में हुई थी छापेमारी: आपको बताते चले कि बीते 14 जून को जेल के आश्रम वार्ड में सहायक जेल अधीक्षक पंकज कुमार के नेतृत्व में तलाशी ली गई थी. इसमें समस्तीपुर के हसनपुर निवासी सजायाफ्ता कुंदन सिंह अपने लूंगी में कमर के पास बटन वाला छोटा मोबाइल छिपा रखा था. मोबाइल जब्ती के बाद जेलर सुनील कुमार मौर्य ने एफआईआर दर्ज कराई थी.

कुंदन सिंह पर लूट हत्या के दर्जनों मामले दर्ज: आपको बता दें कि कुख्यात कुंदन सिंह पर हत्या, लूट, फिरौती, रंगदारी सहित कई जघन्य मामले में करीब दर्जन भर से अधिक केस विभिन्न थाने में दर्ज है. वह हत्या के केस में सजायाफ्ता है. जेल सूत्रों की माने तो किसी कारण से मुजफ्फरपुर जेल प्रशासन और कुख्यात कुंदन सिंह में नहीं जम रही है. वहीं, अब देखना होगा कि कुंदन सिंह के पास से जब किए गए मोबाइल फोन में और क्या कुछ आगे कार्रवाई हो पाती है.

ये भी पढ़ें-घोसवरी पुलिस के हत्थे चढ़ा कुख्यात अपराधी विक्की यादव, देने वाला था इस वारदात को अंजाम

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा (Shaheed Khudiram Bose Central Jail In Muzaffarpur) में बंद कुख्यात सजायाफ्ता बंदी कुंदन सिंह कई सफेदपोश से मोबाइल पर संपर्क में था. दरभंगा, समस्तीपुर और वैशाली के पांच विधायकों को भी कॉल कर वह बात करता था. उसके पास से जेल में बीते 14 जून को मिले मोबाइल के कॉल डिटेल से सारी जानकारी सामने आयी है. इसका खुलासा मुजफ्फरपुर एसएसपी जयंतकांत (Muzaffarpur SSP Jayant Kant) ने किया है.

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"जेल में बंद अपराधी कुंदन सिंह के पास से मिले मोबाइल में लगा सिम एक महिला के फर्जी नाम-पते पर लिया गया था. उसके मोबाइल की एक माह की सीडीआर ली गई है. जिसमें दर्जनों मोबाइल नंबर हैं. जिस पर रात में बातचीत के ब्योरे हैं. उसके मोबाइल में भी सफेदपोशों के नंबर सेव थे. जिस पर वह कॉल कर बात करता था. उसके सभी कॉल और सेव नंबरों की पड़ताल की जा रही है."- जयंतकांत, एसएसपी, मुजफ्फरपुर

जेल में बंद कुख्यात के पास से फोन बरामद: जानकारी के अनुसार अक्सर रात में आठ बजे से लेकर नौ बजे के बीच उसका मोबाइल ऑन होता था. इसके बाद वह देर रात तक लगातार कॉल पर बिजी रहता था. रात भर में वह करीब 50 से अधिक लोगों को कॉल करता था, जिसमें कई सफेदपोश भी होते थे. सजायाफ्ता कुंदन सिंह के पास से मोबाइल मिलने के बाद जेल अधीक्षक बृजेश कुमार और सहायक जेल अधीक्षक पंकज कुमार की हत्या की साजिश रचने की जानकारी सामने आई थी. इसकी जानकारी मिलने के बाद जिला पुलिस की ओर से जेल के दोनों अधिकारियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.

जेल अधिकारियों की हत्या की रची गई थी साजिश: पुलिस के अनुसार जेल अधिकारियों की हत्या को लेकर समस्तीपुर के दो शूटर मुजफ्फरपुर पहुंच गये थे. सीडीआर के अनुसार कुंदन के नंबर पर कॉल नहीं आती थी बल्कि जेल से कुंदन ही अलग-अलग नंबरों पर कॉल करता था. कुछ नंबर ऐसे हैं जिस पर हर दिन बात का ब्योरा मिला है. वरीय पुलिस अधिकारी अब उसके कॉल डिटेल के मोबाइल नंबरों से उन संदिग्धों को चिह्नित करने की कोशिश में है, जिसके संबंध में कुंदन का शूटर होने का संदेह है.

14 जून को जेल में हुई थी छापेमारी: आपको बताते चले कि बीते 14 जून को जेल के आश्रम वार्ड में सहायक जेल अधीक्षक पंकज कुमार के नेतृत्व में तलाशी ली गई थी. इसमें समस्तीपुर के हसनपुर निवासी सजायाफ्ता कुंदन सिंह अपने लूंगी में कमर के पास बटन वाला छोटा मोबाइल छिपा रखा था. मोबाइल जब्ती के बाद जेलर सुनील कुमार मौर्य ने एफआईआर दर्ज कराई थी.

कुंदन सिंह पर लूट हत्या के दर्जनों मामले दर्ज: आपको बता दें कि कुख्यात कुंदन सिंह पर हत्या, लूट, फिरौती, रंगदारी सहित कई जघन्य मामले में करीब दर्जन भर से अधिक केस विभिन्न थाने में दर्ज है. वह हत्या के केस में सजायाफ्ता है. जेल सूत्रों की माने तो किसी कारण से मुजफ्फरपुर जेल प्रशासन और कुख्यात कुंदन सिंह में नहीं जम रही है. वहीं, अब देखना होगा कि कुंदन सिंह के पास से जब किए गए मोबाइल फोन में और क्या कुछ आगे कार्रवाई हो पाती है.

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