मुजफ्फरपुर: बीते दिनों कोलकाता से बिहार के नरकटियागंज के लिए ट्रक से भेजे गए 55 लाख रुपए के कपड़े गायब हो गए थे. घटना के बाद ट्रांसपोर्ट मालिक पवन कुमार मिश्रा ने मनियारी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. मुजफ्फरपुर पुलिस ने इस झूठे लूटकांड का उद्भेदन करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
जांच में जुटी स्पेशल टीम: मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज होते ही मनियारी पुलिस और स्पेशल टीम जांच में जुट गई थी. बीते दिनों इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर दो और लोगों की गिरफ्तारी हुई. जिसके बाद कैश समेत लूटे गए सामान की बरामदगी की गई. वैशाली जिले से भी सामान बरामद किया गया है.
क्या है पूरा मामला?: इसको लेकर एसएसपी राकेश कुमार ने जानकारी दी कि कोलकता से रेडिमेड कपड़ा ट्रक पर लोड कर मोतिहारी और नरकटियागंज के लिए चला था. उसमें करीब 55 लाख का रेडिमेड कपड़ा था. 6 अक्टूबर तक उक्त गाड़ी अपने गंतव्य स्थान नहीं पहुंची. जिसके बाद शिव शक्ति ट्रांसपोर्ट के मालिक ने मनियारी थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी.
छापामारी में 2 लोग गिरफ्तार: एफआईआर में गाड़ी मालिक शैयद गुरफान अली उर्फ पिकु, मो० शैयद हमजा अली, गाड़ी चालक अलतमश के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया था. जिसके बाद वैशाली जिले के बलिगांव थाना के सहयोग से गाड़ी मालिक के घर पर छापामारी की गई. छापामारी में मो० शैयद हमजा अली, गाड़ी चालक अलतमश को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया.
आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ: गिरफ्तार दोनों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लिया गया, जिनकी निशानदेही पर मो० बकास अली और उमेश कुमार को गिरफ्तार किया गया. वहीं पुलिस ने हमजा अली के घर में बिछे पलंग के बॉक्स से 5,60,000 रुपए कैश, रेडिमेड कपड़ा और उमेश कुमार के मुर्गी फार्म से कपड़ों की बोरियां बरामद की हैं. कांड में लूटा गया उक्त ट्रक करजा थाना से बरामद किया गया है.
झूठे लूट कांड की रची साजिश: गिरफ्तार अभियुक्तों में वैशाली के बलिगांव गांव का रहने वाला हमजा अली, मो. अलतमश, मो. विकास अली और उमेश कुमार शामिल हैं. वहीं पुलिस ने अलग-अलग कपड़ा व्यवसाईयों के पास से लूटे गए कपड़ों को भी बरामद किया है. बताया गया कि अबतक 80 प्रतिशत कपड़ों की बरामदगी हो चुकी है.
"ये लूट का मामला नहीं है. इसे ट्रक चालक और मालिक ने मिल कर लूट कांड दिखाने की कोशिश की. सारे कपड़ों को कपड़ा व्यवसाईयों के पास बेच दिया गया था. इस कांड में लूटे गए कुल रेडिमेड कपड़ा का 80 प्रतिशत एवं 5,60,000 हजार रुपए नकद बरामद हो चुका है. हालांकि शेष रेडिमेड कपड़ा की बरामदी एवं अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु छापामारी जारी है."- राकेश कुमार, एसएसपी
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