मुजफ्फरपुर: जिले में मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना का हाल खस्ता है. योजना की समीक्षा करने परिवहन विभाग संयुक्त सचिव पंकज कुमार जिला परिवहन कार्यालय पहुंचे. समीक्षा के दौरान पाया कि चौथे चरण में भी मुजफ्फरपुर लक्ष्य से काफी दूर है.
समीक्षा बैठक के बाद संयुक्त सचिव पंकज कुमार ने बताया कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को शत-प्रतिशत लागू किया जाएगा. योजना की राह में बाधकों को दूर कर लाभुकों तक इसका लाभ पहुंचाया जायेगा. संयुक्त सचिव ने योजना को लेकर कई प्रखंड विकास पदाधिकारियों की सुस्ती पर नाराजगी जाहिर की. संयुक्त सचिव पंकज कुमार ने बताया कि इस योजना के तहत बिहार में अब तक 12 हजार को अनुदान पर वाहन उपलब्ध कराया जा चुका है. उन्होंने डीटीओ मो. नजीर अहमद को इस संबंध में कई निर्देश दिए. संयुक्त सचिव इमलीचट्टी स्थित बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के डीपो पहुंचे. जहां, यात्री सुविधा का जायजा लिया.
मुजफ्फरपुर से 1 करोड़ का राजस्व
वहीं, संयुक्त सचिव पंकज कुमार ने क्षेत्रीय प्रबंधक एसएन झा को बधाई दी. बता दें कि सरकार को मुजफ्फरपुर प्रक्षेत्र से हर माह एक करोड़ राजस्व की प्राप्ति हो रही है. वहीं, संयुक्त सचिव ने राजस्व बढ़ाने का निर्देश दिया. मौके पर सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक एसएन शर्मा मौजूद थे.
पिछले तीन चरण का भी हाल बुरा
गौरतलब है कि चौथे चरण में जिले का लक्ष्य 1,100 रखा गया है. इसमें एससी-एसटी के लिए 665 और ईबीसी के लिए 435 का लक्ष्य है. हालांकि अब तक योजना के तहत मात्र 268 आवेदन प्राप्त हुए हैं. जिसमें एससी-एसटी के 147 और ईबीसी के 121 आवेदन शामिल है. आपको बात दें कि मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत पहले, दूसरे तीसरे चरण का भी हाल बुरा था. इन तीन चरणों में जिले का लक्ष्य 1,925 था. जिसमें 825 ही आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें वाहन खरीदने वाले लाभुकों की संख्या मात्र 349 रही जबकि विभाग की तरफ से 329 को अनुदान की राशि दी गई.