मुजफ्फरपुर: लॉकडाउन में घर से दूर फंसे श्रमिकों की परेशानियों को देखते हुए केंद्र सरकार के आदेश के बाद इन्हें घर वापस भेजने की कवायद शुरु हो गई है. कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए इनकी घर वापसी में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पूरा पालन कराया जा रहा है. वहीं सरकारी सुविधा के आभाव में कई लोग लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते हुए घर लौट रहे है. इससे इस महामारी के फैसले की संभावना और बढ़ गई है.
मुजफ्फरपुर के एनएच 28 पर ट्रक और छोटी गाड़ियों में जैसे-तैसे लदकर लोग घर लौट रहे हैं. प्रवासी लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते हुए वापस लौट रहे हैं. कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच अब प्रवासी श्रमिक रेलगाड़ी के बजाय ट्रक पर सवार होकर जान जोखिम में डालकर घर पहुचने की कोशिश कर रहे हैं. इससे कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की संभावना काफी बढ़ गई है. इसको देखते हुए जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग पर मजदूरों से लदे करीब 20 वाहनों को पुलिस ने जब्त कर लिया.
सूबे के कई लोग हो सकते हैं संक्रमित
गौरतलब है कि ट्रेन से लौट रहे श्रमिकों की जहां लगातार मॉनिटरिंग हो रही है. वही दूसरी ओर पैदल, साईकिल चलाकर और ट्रकों में छुपकर घर लौटने वाले लोगों का कोई डाटा सरकार के पास नहीं है. ऐसे में इस तरह से प्रवासी श्रमिकों की एक बड़ी आबादी चोर दरवाजे से राज्य के अंदर लगातर दाखिल हो रही है. बीजेपी जिला उपाध्यक्ष हरिमोहन चौधरी ने इसे खतरनाक करार देते हुए बताया कि लाखों लोग बिना जांच के विभिन्न जिलों में पहुंच रहे हैं. इससे सूबे के कई लोग संक्रमित हो सकते हैं.