मुजफ्फरपुर: बिहार में मानसून के दस्तक (MONSOON IN BIHAR) देने के साथ ही मुजफ्फरपुर में बागमती नदी का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ने लगा (Water Level of Bagmati River in muzaffarpur) है. नदी का जलस्तर सामान्य से 4 फीट की ऊंचाई से बह रहा है. जिले के कटरा और औराई प्रखंड के कई क्षेत्रों में बागमती नदी से हर वर्ष काफी नुकसान होता है. नदी के जलस्तर बढ़ जाने उस इलाके में कई खेतों में लगी फसलें बर्बाद हो जाती हैं. आसपास के इलाकों के मिट्टी और फूस के बने घर तबाह हो जाते हैं. वहीं जिले के एक और नदी लखनदेई नदी (Lakhandei River In Muzaffarpur) में भी जलस्तर बढ़ गया है. वहीं अतरार घाट पर चचरी पुल बह गया, जबकि मधुबन प्रताप में चचरी पुल क्षतिग्रस्त होने की कगार पर है
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नदियों का जलस्तर बढ़ा: बिहार में मानसून आते ही मुजफ्फरपुर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शुमार औराई और कटरा में नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी शुरू हो गई है. औराई प्रखंड के बकुची पीपा पुल से छोटे-बड़े सभी वाहनों का परिचालन ठप कर दिया गया है. वहीं जिले के कटरा प्रखंड के उत्तरी 14 पंचायत समेत औराई और गायघाट की 5 लाख आबादी को शहरी इलाकों से लिंक टूट गया है. इससे बड़ी संख्या में लोगों की परेशानी बढ़ गई है. अचानक जिले में बागमती नदी के जलस्तर बढ़ने का अंदाजा किसी को नहीं था. जब इस इलाके का लिंक पथ ध्वस्त हुआ तो पीपा पुल के दोनों छोर से छोटे-बड़े वाहनों की लंबी कतार लग गई. लंबी कतार को देखते हुए पहसौल जजुआर जाने वाले कई यात्री कटरा से वापस जारंग- बेनीबाद के रास्ते अपने गंतव्य की ओर निकल पड़े. वहीं, महिलाओं और बच्चों को काफी कठिनाई का सामना पड़ा.
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वहीं एक और खबर के अनुसार जिले के बरैठा बाजार से पश्चिम लखनदेई नदी के खुले तटबंध से बाढ़ के पानी का बहाव जारी हो गया. जिससे बाढ़ का पानी धीरे-धीरे बरैठा के रास्ते खंगुरा चौर में आ गया है. इस मामले में एसडीओ (पूर्वी) ज्ञान प्रकाश ने बताया कि नदियों के जल स्तर पर नजर रखी जा रही है. जिलाधिकारी प्रणव कुमार खुद कटरा और औराई का भी निरीक्षण करने जायेंगे. उन्होंने बताया कि बाढ़ को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है.