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मुजफ्फरपुर: बाढ़ की वजह से किसानों की टूटी कमर, सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बर्बाद

मुजफ्फरपुर जिले के मड़वन और कांटी प्रखंड के गन्ना किसानों की मुश्किलें काफी बढ़ गईं है. बाढ़ और बारिश के पानी से हुए जलजमाव ने इन किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है. जलजमाव से सैकड़ों एकड़ में गन्ना की फसल बर्बाद हो गई है.

sugarcane crop destroyed in muzaffarpur
sugarcane crop destroyed in muzaffarpur
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Published : Jan 27, 2021, 1:27 PM IST

मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर के मड़वन और कांटी प्रखंड के कई पंचायतों में सैकड़ों किसान प्रतिवर्ष बड़े पैमाने पर नकदी फसल के रूप में गन्ने की खेती करते हैं. जहां से किसान अपनी फसल को गोपालगंज के सिधवलिया चीनी में भेजते थे. जिससे उन्हें अच्छी आमदनी होती थी. लेकिन इस बार बूढ़ी गंडक नदी में आए भयावह बाढ़ और लगातार हुई बारिश से खेतों में इतना जलजमाव हुआ कि किसानों की गन्ने की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है.

देखें रिपोर्ट

गन्ने की फसल बर्बाद
सैकड़ों एकड़ में लगी गन्ने की फसल बाढ़ और बारिश के कारण खेत में ही सड़ कर नष्ट हो गई. जिससे इस बार इन इलाकों के गन्ना किसानों की आजीवका पर संकट गहरा गया है. वहीं जिन किसानों की फसल थोड़ी- बहुत बची हुई है. वह भी इस हालत में नहीं है कि उसको मिल में भेजा जा सके. वहीं गन्ने के खेतो मे अभी भी जलजमाव के कारण फिर से खेती भी करना संभव नहीं है. ऐसे में किसान दोहरी संकट से जूझ रहे हैं.

sugarcane crop destroyed in muzaffarpur
गन्ने की फसल हुई बर्बाद

यह भी पढ़ें- रूपेश हत्याकांड: 2 सप्ताह बाद भी पुलिस के हाथ खाली, हर मामले में जांच जारी

बाढ़ और जलजमाव
कांटी प्रखंड के शेरुकाही के किसान जोगीशवर महतो ने इस बार अच्छी आमदनी की उम्मीद में पांच एकड़ में गन्ने की खेती की थी. उन्होंने बताया कि बाढ़ और जलजमाव से सब कुछ बर्बाद हो गया. जगह-जगह किसानों के समतल खेत जलजमाव की वजह से तालाब में तब्दील हो गए हैं.

किसानों को मदद का इंतजार
अभी भी इन इलाकों में जगह-जगह खेतों में पानी भरा हुआ है. जहां से फसल सड़ने की बदबू आ रही है. लेकिन सबसे हैरत की बात है कि इस पूरे इलाके में अभी भी किसानों को फसल नुकसान की भरपाई के लिए कोई भी सरकारी सहायता नहीं मिल पाई है.

मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर के मड़वन और कांटी प्रखंड के कई पंचायतों में सैकड़ों किसान प्रतिवर्ष बड़े पैमाने पर नकदी फसल के रूप में गन्ने की खेती करते हैं. जहां से किसान अपनी फसल को गोपालगंज के सिधवलिया चीनी में भेजते थे. जिससे उन्हें अच्छी आमदनी होती थी. लेकिन इस बार बूढ़ी गंडक नदी में आए भयावह बाढ़ और लगातार हुई बारिश से खेतों में इतना जलजमाव हुआ कि किसानों की गन्ने की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है.

देखें रिपोर्ट

गन्ने की फसल बर्बाद
सैकड़ों एकड़ में लगी गन्ने की फसल बाढ़ और बारिश के कारण खेत में ही सड़ कर नष्ट हो गई. जिससे इस बार इन इलाकों के गन्ना किसानों की आजीवका पर संकट गहरा गया है. वहीं जिन किसानों की फसल थोड़ी- बहुत बची हुई है. वह भी इस हालत में नहीं है कि उसको मिल में भेजा जा सके. वहीं गन्ने के खेतो मे अभी भी जलजमाव के कारण फिर से खेती भी करना संभव नहीं है. ऐसे में किसान दोहरी संकट से जूझ रहे हैं.

sugarcane crop destroyed in muzaffarpur
गन्ने की फसल हुई बर्बाद

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बाढ़ और जलजमाव
कांटी प्रखंड के शेरुकाही के किसान जोगीशवर महतो ने इस बार अच्छी आमदनी की उम्मीद में पांच एकड़ में गन्ने की खेती की थी. उन्होंने बताया कि बाढ़ और जलजमाव से सब कुछ बर्बाद हो गया. जगह-जगह किसानों के समतल खेत जलजमाव की वजह से तालाब में तब्दील हो गए हैं.

किसानों को मदद का इंतजार
अभी भी इन इलाकों में जगह-जगह खेतों में पानी भरा हुआ है. जहां से फसल सड़ने की बदबू आ रही है. लेकिन सबसे हैरत की बात है कि इस पूरे इलाके में अभी भी किसानों को फसल नुकसान की भरपाई के लिए कोई भी सरकारी सहायता नहीं मिल पाई है.

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