मुज़फ्फरपुरः जिले में फूल गोभी की खेती करने वाले किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. एक तरफ किसान तीन से पांच रुपये किलो फूल गोभी बेच रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ आम लोग 10 से 15 रुपये में बाजार से फूल गोभी खरीद रहे हैं. व्यापारी और बिचौलिये किसानों से सस्ते भाव में गोभी की खरीदारी करके बाजार में मनमाने भाव से बेच रहे हैं. इससे किसानों की परेशानी बढ़ गई है. किसानों का कहना है कि यही स्थिति रही तो कुछ दिन में लागत भी निकालना मुश्किल हो जाएगा.
खरीफ फसल में नुकसान
मुजफ्फरपुर के सकरा, मुरौल, कुढ़नी, मीनापुर, कांटी, मड़वन, पारु और मोतीपुर समेत सभी प्रखंडों के किसानों ने इस बार फूल गोभी की खेती की है. किसानों ने बताया कि खरीफ फसल में हुए नुकसान की भरपाई के लिए उन्होंने फूल गोभी की खेती की है. उन्होंने बताया कि शुरुआत में शहर में गोभी के भाव 60 से 80 रुपये किलो रहे. यह देखकर किसानों की उम्मीद और अधिक बढ़ गई, लेकिन जब फसल तैयार हुआ तो भाव गिरकर 3 से पांच रुपये हो गया.
"हमने इस बार दो सौ एकड़ जमीन में गोभी की खेती की है. इसमें तीन लाख रूपये की लागत आई है, लेकिन अब सही भाव नहीं मिलने से हम कर्ज में डूब रहे हैं. आगे भी यही हालात रहे तो हमें लागत भी नहीं मिलेगी."- गंगा भगत, किसान
"हमसे बिचौलिये तीन से पांच रुपये किलो फूल गोभी खरीद रहे हैं और वे खुद बाजार में 15 से 16 रूपये में इसे बेच रहे हैं. हमें मजबूरी में तैयार फूल गोभी बेचनी पड़ रही है."- अनिल कुमार, किसान
फूलगोभी की खेती
बता दें कि इस बार किसानों को एक के बाद एक मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. एक कट्ठे में फूलगोभी की खेती करने में हजार से 15 सौ रूपये तक का खर्च आता है. इसके बावजूद सही दाम नहीं मिलने से किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है. गोभी की खेती करने वाले किसानों को अब लागत निकालने की चिंता सताने लगी है.