मुजफ्फरपुर: पूरे जिले में लोक आस्था के महापर्व छठ (Chhath Puja) को लेकर घाटों पर तैयारी की जा रही है. सुरक्षा के लिहाज से घाटों पर एसडीआरएफ की तैनाती (Deployment of SDRF at Ghats) होगी. जिसको लेकर एसडीआरएफ की 4 टीमें और 8 बोट को विभिन्न घाटों पर तैनात किया गया है. कटरा अंचल में दो टीम, सरैया में दो टीम, कांटी में दो टीम और शहरी क्षेत्र में 2 टीम लगाई गई है. किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना छठ पूजा के दौरान न हो इसको लेकर एसडीआरएफ की टीम पूरी तरह तैयार है.
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छठव्रतियों को कोई परेशानी न हो इसका खास ख्याल रखा जाता है. हालांकि कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए लोगों से अपील भी की गई है कि वो अपने अपने घरों में ही छठ महापर्व करें और भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करें. छठ के लिए कई अस्थाई तालाब भी बनाए जाते हैं. मोहल्ले के पार्कों में, कॉलोनियों में अस्थायी घाट बनाया जाता है ताकि घाटों में लोगों की भीड़ न हो. इस बार भी खास व्यवस्थाएं हैं. नहाए खाए के दिन टैंकर के जरिए गंगा जल का वितरण कर छठ व्रतियों के इस महापर्व को आसान बनाने की कोशिश है.
छठ महापर्व में स्वच्छता और पवित्रता का पूरा ख्याल रखा जाता है. जिस घाट पर छठव्रती संध्याकाल को अर्घ्य देंगे. उसी स्थान से अगली सुबह उदयीमान भगवान भास्कर को दूसरा अर्घ्य दिया जाएगा. प्रशासनिक अमला मुस्तैदी के साथ इसके लिए डटा हुआ है. हर साल से इस साल ज्यादा तैयारी भी करनी पड़ रही है. इसका कारण गंगा का बढ़ता जलस्तर है. जो घाट खतरनाक हैं वहां लाल कपड़ा लगाया गया है और बैरिकेडिंग कर दी गई है. छठ घाटों पर दो दिनों तक विहंगम नजारा देखने को मिलता है. छठ महापर्व को लेकर सूबे का माहौल भक्तिमय बना हुआ है.
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