मुजफ्फरपुर : बिहार में साइबर फ्रॉड गिरोह के शातिर काफी सक्रिय हैं. अलग-अलग तरीके से लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं. ताजा मामला काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र का है. जहां गिरोह ने आमगोला के रहने वाले शिक्षा विभाग के एक रिटायर्ड अधिकारी को ट्रैप किया. उनसे ब्रिटिश महिला बनकर पहले दोस्ती की, फिर हनी ट्रैप कर लिया. उनको अपने जाल में फंसाकर कस्टम जांच के नाम पर 83 हजार रुपये की ठगी कर ली है. रिटायर्ड अधिकारी अभी एग्रीमेंट पर ग्रामीण विकास विभाग में पोस्टेड हैं.
मुजफ्फरपुर में हनी ट्रैप केस : घटना के बारे में उन्होंने काजी मोहम्मदपुर थाने में पूरे मामले को लेकर लिखित शिकायत दी है. पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है. पुलिस को दी गई शिकायत में ठगी के शिकार रिटायर्ड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया है, कि एक युवती ने उनसे ब्रिटिश महिला होने की बात कह व्हाट्सएप के जरिए दोस्ती कर ली. इसके बाद वह मिलने के लिए भारत आने की बात कही.
''कथित ब्रिटिश महिला ने दो दिन पहले कॉल कर कहा कि वह फ्लाइट से दिल्ली पहुंच गयी है. साथ में काफी गहना व अन्य कीमती सामान है, इसलिए कस्टम के अधिकारियों ने पकड़ लिया है. कस्टम से सामान मुक्त कराने के लिए चार्ज देना होगा. उसके पास भारतीय करेंसी नहीं है. इसलिए वह मदद के तौर पर कुछ रुपये उसके एकाउंट पर भेज दें. इसके बाद युवती ने किसी से मोबाइल पर बात कराई जो कस्टम अधिकारी बनकर रिटायर्ड अधिकारी से बात की.''- हनी ट्रैप के शिकार रिटायर्ड अधिकारी
ब्लैकमेल कर ठगे 83 हजार : कानूनी तौर पर पेंचीदा मामला बताकर ब्रिटिश महिला धराने के बाद कस्टम की जांच में फंसने का झांसा दिया गया. इस तरह हनी ट्रैप में फंसाकर रिटायर्ड अधिकारी को ब्लैकमेल करके पहले 68 हजार रुपये और फिर 15 हजार रुपये बैंक अकाउंट में डलवा लिया. काजी मोहम्मदपुर के अपर थानेदार राजपत कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच की जा रही है.
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